नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के पीतमपुरा इलाके के पास स्थित कोहाट एनक्लेव में गुरुवार(12 अप्रैल) देर रात एक फ्लैट में आग लग गई. फ्लैट में लगी आग इतनी भीषण थी कि कुछ ही देर में उसने पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया. इस बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर पर रहने वाला नागपाल परिवार आग की चपेट में आ गया और परिवार के मुखिया राकेश, उनकी पत्नी टीना, बेटा दिव्यांशु (7 साल) और बेटी श्रेया (3 साल) की मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि इन चारों की मौत धुएं में दम घुटने से हुई है.
घर से बाहर नहीं आ पाया नागपाल परिवार
जानकारी के अनुसार, कोहाट एन्क्लेव में रात करीब तीन बजे एक घर में आग लग गई. आग इतनी तेजी से फैली कि घर के लोगों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला. फ्लैट में लगी आग को देखने के बाद चौकीदार ने इमरजेंसी बेल बजा दी है, जिसे सुनने के बाद पूरी बिल्डिंग के लोग नीचे आ गए. रिपोर्ट्स का यह भी कहना है कि इमरजेंसी बेल बजने के बाद भी नागपाल परिवार नीचे नही आ पाया. दिल्ली फायर सर्विस की टीम ने नागपाल परिवार के चारों सदस्यों की लाशें सीढ़ियों के पास से बरामद की.
#Delhi: 4 dead after a fire broke out in a house in Kohat Enclave allegedly due to a short circuit. Further investigation underway. pic.twitter.com/UEnyy6Z4n2
— ANI (@ANI) April 13, 2018
शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी आग
रिपोर्ट्स के मुताबिक घर के भीतर शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई. जब तक परिवार के लोग कुछ समझ पाते और बाहर निकल पाते तब तक पूरे घर में धुंआ भर चुका था, जिसके चलते चार लोगों की मौत हो गई. फिलहाल इस मामले की जांच पुलिस कर रही है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब तक वह अपनी कार्रवाई पूरी नहीं कर लेते हैं, तब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचेंगे. वहीं, मृतक के पड़ोसियों ने फायर ब्रिगेड सर्विस पर सवाल खड़े किए है. बिल्डिंग में रहने वाले लोगों का कहना है जिस वक्त फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया था, अगर वह उस वक्त आ जाती तो हादसा भयानक रूप नही ले पाता. कुछ लोगों का कहना है आग की चपेट में बिल्डिंग की पार्किंग में खड़ी 5 गाड़ियां भी आ गई.
3 लोगों को दमकलकर्मियों ने बचाया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हादसे में फंसे 3 लोगों को आग में झुलसने से बचाया है और कुछ लोगों को रोहिणी के आंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक काफी बिल्डिंग में लगी आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड के अधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. स्थानीय लोगों का कहना है कि मरने वालों में माता-पिता और उनके दो बच्चे शामिल हैं.