नई दिल्ली। देश की राजधानी में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को दावा किया कि केंद्र अपनी पुनर्विकास योजना के तहत राष्ट्रीय राजधानी में 17000 पेड़ों को काटने की योजना बना रहा है लेकिन वह इस कदम के विरुद्ध चिपको आंदोलन जैसा आंदोलन चलाने पर विचार कर रही है. आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने कल कहा था कि नौरोजी नगर , नेताजी नगर , सरोजिनी नगर , मोहम्मदपुर , श्रीनिवासपुरी , कस्तूरबा नगर और त्यागराज नगर में सात कॉलोनियों के पुनर्विकास के लिए वर्तमान 21,040 पेड़ों में से 14,031 पेड़ काटे जायेंगे.
आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि इस योजना में नेताओं और नौकरशाहों के लिए फ्लैटों का निर्माण करना शामिल है. जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी लोकप्रिय चिपको आंदोलन की तरह अभियान चलाएगाी तो उन्होंने कहा , ‘‘ यह एक अच्छा विचार है. हम इस पर विचार करेंगे. ’’
सौरभ भारद्धाज ने केंद्र के इस फैसले का विरोध करते हुए ट्वीट किया, ‘प्रिय मोदी जी, दिल्ली को 17000 फले-फूले पेड़ों के बदले में और वीआईपी लोगों की जरूरत नहीं है. ‘
Dear Modi Ji,
Delhi does not need more VIPs at the cost of 17000 full grown trees. Plz….. pic.twitter.com/zcGg2PeDST— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) June 22, 2018
इसके अलावा सौरभ भारद्वाज ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदेव पुरी पर भी निशाना साधा.
“हरदीप पुरी जी ट्वीट करके कहते हैं कि हम एक पेड़ के बदले 10 पेड़ लगाएंगे। पर उनमें से कितने पौधे बचेंगे और जो बच भी गए वो 40 साल बाद पेड़ बनेंगे?” : @Saurabh_MLAgk pic.twitter.com/rBktcCIra7
— Aam Aadmi Party Delhi (@AAPDelhi) June 22, 2018
भारद्वाज ने कहा कि पुनर्विकास योजना के तहत लुटियन दिल्ली में 17000 पेड़ काटे जायेंगे . अकेले सरोजिनी नगर में केंद्र सरकार की 11000 पेड़ों को काटने की योजना है. आप के मुख्य प्रवक्ता ने कहा , ‘‘ हमारी सूचना है कि कोई पर्यावरण मूल्यांकन नहीं किया गया है. दिल्ली सरकार से संपर्क नहीं किया गया है कि इस पुनर्विकास योजना के तहत परिवहन, पानी एवं सीवर की जरुरतें पूरी होगीं. ’’