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‘तेरी इज्जत लूट कर धर्मांतरण कराऊँगा’: दलित बहनों का दुपट्टा खींचा, थप्पड़ मारे- जानिए कानपुर पिटाई वीडियो से पहले क्या हुआ

कानपुर/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में अफसार अहमद नाम के एक रिक्शा चालक की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। यूपी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारियाँ भी की। इस मामले में अब तक 3 FIR दर्ज की जा चुकी है। अफसार अहमद ने 5 नामजद व 8-10 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने कहा है कि पिटाई के वीडियो के आधार पर आरोपितों की पहचान की गई है। ये पूरा मामला एक दलित महिला व उनकी बेटियों पर इस्लामी धर्मांतरण के दबाव से जुड़ा है।

शुक्रवार (13 अगस्त, 2021) को पुलिस ने इस मामले में 3 और आरोपितों को गिरफ्तार किया। शेष की धर-पकड़ के लिए छापेमारी जारी है। बर्रा के कच्ची बस्ती के निवासी अंकित वर्मा उर्फ गदुम्मा, केशू और शिवम को पुलिस ने गिरफ्तार किया। अन्य आरोपितों के बारे में पूछताछ जारी है। उधर गुरुवार देर शाम गिरफ्तार किए गए विहिप के नगर मंत्री अमन गुप्ता समेत तीनों लोगों को थाने से जमानत दे दी गई।

इससे पहले पुलिस तीनों के रिमांड पेपर के साथ अदालत पहुँची थी। कोर्ट में मुकदमे की स्थिति देखी गई तो पुलिस को वापस कर दिया गया, क्योंकि अफसार अहमद की तहरीर पर दर्ज मुकदमे में ऐसी कोई धारा नहीं लगी थी जिसमें 7 वर्ष से अधिक की सजा हो। अतः, इन्हें फिर एसीपी कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ जमानत प्राप्त हुई। असल में ये पूरा मामला एक दलित परिवार की प्रताड़ना से जुड़ा हुआ है।

एक दलित महिला ने सद्दाम और सलमान सहित बस्ती के ही कुछ पड़ोसियों पर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने बलवा, मारपीट और धमकी की धाराओं में FIR दर्ज भी की थी। धर्मांतरण की धारा न जोड़ने का आरोप लगा हिन्दू कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। दलित महिला के परिवार ने भी सुरक्षा की माँग की है। सपा नेता ओमप्रकाश मिश्रा ने पार्टी के निर्देश पर अफसार अहमद के घर जाकर वित्तीय मदद भी की। अफसार अहमद इस मामले में आरोपित नहीं है। आरोपितों का रिश्तेदार होने के कारण उसे निशाना बनाया गया था।

उक्त महिला की बेटी का कहना है कि वो अपनी माँ समेत कई बार पुलिस का चक्कर लगा चुकी हैं। 18 वर्षीय पीड़िता ने आरोप लगाया है कि 3 अगस्त की रात वह बहन के साथ राम गोपाल चौराहे के पास मेडिकल स्टोर से दवा लेकर घर जा रही थी। तभी सलमान और उसके तीन अन्य साथी पहुँच गए और जबरन बहन का नंबर माँगने लगे। आरोप है कि उन्होंने दुपट्टा भी खींचा और कई थप्पड़ मारे। आरोप है कि इसके 5 दिन बाद आरोपितों ने घर में घुस कर पीटा था।

सद्दाम और सलमान पर आरोप है कि उन्होंने पीड़िता से कहा, “तेरी इज्जत लूट कर तेरा धर्मांतरण कराऊँगा।” पीड़ित बहनों की माँ ने थाने में दी गई शिकायत में कहा है कि उनकी बेटियाँ जब हैंडपंप पर पानी भरने गई थीं, तब ये घटना हुई। जानकारी मिलते ही ‘बजरंग दल’ के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामला सांप्रदायिक होने के कारण महल खराब होने का डर था, इसीलिए पुलिस के साथ-साथ CRPF को भी तैनात किया गया।