नई दिल्ली। दिल्ली में अब ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर केंद्र और राज्य सरकार में जंग छिड़ गई है. दिल्ली के सर्विसेज विभाग ने केजरीवाल सरकार के ट्रांसफर वाले आदेश को मानने से इनकार कर दिया है. इस मामले पर आज दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. उन्होंने कहा है कि अफसरों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना की है. ऐसे कैसे लोकतंत्र चलेगा.
देश में अफरा तफरी मच जाएगी- सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘’लोकतंत्र में सुप्रीम कोर्ट का आदेश नहीं माना जा रहा है. ऐसे तो देश नहीं चल पाएगा. देश में अफरा तफरी मच जाएगी.’’ सिसोदिया ने कहा, ‘’अफसर अपनी मनमानी कर रहे हैं. इससे सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना हुई है. दो साल पहले हाईकोर्ट ने हमारी पक्ष में फैसला नहीं सुनाया था, बावजूद इसके हमनें कोर्ट के फैसले का सम्मान किया और सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया.’’
एलजी और केंद्र से सहयोग की जरूरत- सिसोदिया
सिसोदिया ने आगे कहा, ‘’अफसरों को आदेश अच्छा लगे या ना लगे, उन्हों आदेश मानना होगा.’’ उन्होंने कहा कि अब हमें उपराज्यपाल अनिल बैजल और केंद्र सरकार से सहयोग की जरूरत है. कल सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस, जमीन और कानून व्यवस्था को छोड़कर सभी पावर दिल्ली सरकार को सौंप दी थी. बावजूद इसके आदेश नहीं माने जा रहे.’’
बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरफ से ट्रांसफर का आदेश देने के बाद सर्विसेज विभाग ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश में कहीं भी अगस्त 2016 के उस नोटिफिकेशन को रद्द नहीं किया गया है, जिसमें ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार उपराज्यपाल, मुख्य सचिव या सचिवों को दिया था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अधिकारियों के ट्रांसफर अब मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री की इजाजत से होंगे.