Breaking News

खेलकूद से दैनिक दिनचर्या, शारीरिक, मानसिक विकास के साथ-साथ अनुशासन एवं राष्ट्रीयता की भावना का होता है विकास- डॉ बिजेंद्र सिंह, कुलपति

अयोध्या। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के 31वें वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता आज दिनांक 4/3/2022 को प्रारंभ हुई । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति, डॉ बिजेंद्र सिंह द्वारा ध्वजारोहण राष्ट्रगान के पश्चात् मार्च पास्ट की सलामी एवं हवा में गुब्बारे छोड़कर खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ विधवत् भव्य रुप से किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि कुलपति डॉ सिंह ने कहा की खेल कूद जीवन की दिनचर्या का एक महत्वपूर्ण अंग तो है ही, इससे शारीरिक व मानसिक विकास के साथ-साथ अनुशासन एवं राष्ट्रीयता की भावना भी विकसित होती है, जो किसी भी राष्ट्र के विकास की धुरी है।
31वीं खेलकूद प्रतियोगिता विश्वविद्यालय द्वारा अब तक आयोजित प्रतियोगिताओं से बिल्कुल भिन्न है, कुलपति ने बताया कि छात्रों के बीच टीम भावना के विकास को बल देने के लिए इकाइयों के अलग-अलग हाउस बना कर अलग-अलग रंग निर्धारित कर देने से खेल मैदान स्वत: अनेकता में एकता का बोध करा रहा है। इस अवसर पर प्रतियोगी खिलाड़ियों को खेल नियमों का पालन करने हेतु शपथ दिलाई गई ।
शुक्रवार को आयोजित हुए 200 मीटर रेस में प्रथम धीरेंद्र कुमार शुक्ला, द्वितीय अंकित सिंह एवं तृतीय शिवम ,शाट पुट में प्रथम आयुष कुमार गोडवाल, द्वितीय मनोज यादव,तृतीय करूणा शंकर सिंह, लांग जंप में प्रथम अभिषेक मिश्रा, द्वितीय श्याम सिंह ,तृतीय प्रियांश द्विवेदी, महिला वर्ग में शॉट पुट प्रथम गोल्डी यादव, द्वितीय विष्णुप्रिया, तृतीय नंदिनी सिंह, लांगजंप प्रथम अनुष्का सिंह, द्वितीय शिवानी यादव, तृतीय गोल्डी यादव आदि को विश्वविद्यालय की प्रथम महिला श्रीमती मीना सिंह एवं कुलपति ने विजयी प्रत्तियोगियों को विक्ट्री स्टैंड पर माला पहना कर सम्मानित किया।
31वें वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता के एथलेटिक प्रेसिडेंट एवं मीडिया प्रभारी डॉ अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि समारोह में विश्विद्यालय के समस्त अधिष्ठाता, निदेशक, वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी, एसबीआई बैंक के शाखा प्रबंधक भास्कर पांडे, डीएवी स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती पुष्पा कुमारी आदि उपस्थित रहे। खेल को सफलतापूर्वक संचालित किए जाने में आयोजन समिति के समस्त सदस्य पूरे तन मन से अपना योगदान दे रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक प्रतियोगिता जारी है।