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केंद्र से वापस लौटे देवेंद्र सिंह चौहान उत्तर प्रदेश पुलिस में महानिदेशक अभिसूचना

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चर्चित आईपीएस देवेंद्र सिंह चौहान को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से यूपी कैडर में वापस लौटने पर महानिदेशक अभिसूचना (इंटेलिजेंस)के पद पर तैनाती दी गई है। इनके साथ ही दो अन्य आइपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। डीजी विजिलेंस यानी अभिसूचना के पद पर डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी तैनात थे।

देवेंद्र सिंह चौहान को उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से वापस मांगा था। बीती मार्च में ही महानिदेशक के पद पर प्रोन्नत देवेंद्र सिंह चौहान फिलहाल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में महानिरीक्षक (आइजी) के पद पर तैनात थे। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार की मांग पर चौहान को उनके मूल कैडर में भेजने की स्वीकृति दे दी थी। चौहान 1988 बैच के डीजी रैंक अफसर हैं। प्रदेश सरकार ने शनिवार को कमल सक्सेना को डीजी पावर कॉपोरेशन के पद पर तैनात किया है। वह एडीजी पावर कारपोरेशन थे। विजय कुमार को एडीजी यातायात से प्रोन्नति के बाद डीजी होमगार्ड के पद पर तैनाती दी है।

रणनीति बना करें औचक चेकिंग : डीजीपी

कार्यवाहक डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में स्थान बदल-बदल कर चेकिंग करने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी ने कहा कि थानेदार अपने-अपने क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर वहां रणनीति के तहत चेकिंग कराए, जिससे अपराधियों में पुलिस का भय बढ़े। अपराधी इस बात का अंदाजा भी न लगा सकें कि उनकी अचानक कहां किस क्षेत्र अथवा मोड़ पर चेकिंग हो सकती है। डीजीपी ने खासकर जिले की सीमा में प्रवेश के मार्गों पर सघन चेकिंग के निर्देश दिए। सूनसान व एकांत में पडऩे वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां भी गश्त कराई जाए और पुलिस मित्रों के सहयोग से अभिसूचना संकलन और बढ़ाया जाए।

अपराधियों के मूवमेंट वाले रास्तों पर स्थान व समय बदलकर चेकिंग कराने का निर्देश भी दिया। डीजीपी ने कहा कि हर थाने पर एक मोटरसाइकिल दस्ता भी बनाया जाए, जो ऐसे मार्गों पर संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग में लगाया जाए। बैंकों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों व सर्राफा बाजार के आसपास आने-जाने वाली मोटरसाइकिलों पर नजर रखी जाए। ऐसे क्षेत्रों में यह भी देखा जाए कि कहीं कोई दुपहिया वाहन बिना किसी कारण के तो नहीं खड़ा है। डीजीपी ने कहा कि जब तक कोई विशिष्ट अथवा सत्यपरक सूचना प्राप्त न हो, तब तक वृद्ध, बीमार व महिलाओं को अनावश्यक रूप से चेक न किया जाये। डीजीपी ने अधूरे व अस्पष्ट नंबर प्लेट वाले वाहनों समेत अन्य बिंदुओं पर भी चेकिंग के कड़े निर्देश दिए हैं।