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कुत्ते का भौंकना और यूएस की धमकी एक जैसे: उ. कोरिया

सोल। उत्तर कोरिया के न्यूक्लियर प्रोग्राम के लगातार बढ़ने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की धमकियों की तुलना प्योंगयांग ने ‘कुत्ते के भौंकने’ से की है। उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्री ने कहा है कि इन धमकियों से वे डरने वाले नहीं है। ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पहले भाषण में उत्तर कोरिया को धमकी दी थी कि अगर यूएस या उसके सहयोगी देशों पर वह हमला करता है तो वॉशिंगटन उसे पूरी तरह तबाह कर देगा।

प्योंगयांग द्वारा लगातार मिसाइल और परमाणु बमों के परीक्षण किए जाने के बाद से दोनों देशों के बीच कई महीनों से तनाव बरकरार है। सबसे शक्तिशाली और छठे परमाणु बम के परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र ने अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध तक लगा दिए हैं। इसके बाद भी उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर से प्रशांत महासागर में मिसाइल छोड़ी है। संयुक्त राष्ट्र की बैठक में शामिल होने न्यू यॉर्क पहुंचे नॉर्थ कोरिया के रक्षा मंत्री री योंग-हो से जब रिपोर्टर्स ने ट्रंप के भाषण पर सवाल किया तो उन्होंने जवाब दिया, ‘ऐसी कहावत है, हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार।’ अलग-थलग हो चुके गरीब देशों में शामिल उत्तर कोरिया ने कहा कि उसे आक्रामक यूएस से अपनी रक्षा करने के लिए मजबूत परमाणु हथियारों की जरूरत है।

प्योंगयांग ने हाल ही में कहा था कि उसका लक्ष्य अमेरिका को अपनी जद में लाना है। इस बात को साबित करने के लिए उसने कई मिसाइल परीक्षण भी किए हैं। सितंबर के पहले हफ्ते में ही उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया था, जो कि उसका छठा और सबसे शक्तिशाली न्यूक्लियर टेस्ट था। उत्तर कोरिया ने दावा किया था कि यह बम रॉकेट में भी फिट हो सकता है। प्योंगयांग ने जुलाई में दो अंतरमहाद्विपीय बलिस्टिक मिसाइलों का भी परीक्षण किया था जिसकी जद में अमेरिका है।

उत्तर कोरिया के लगातार मिसाइल परीक्षण के बाद ट्रंप ने किम जोंग-उन को रॉकेट मैन बताया और कहा कि वह सूइसाइड मिशन पर है। ट्रंप के भाषण से एक दिन पहले ही जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने भी संयुक्त राष्ट्र में कहा था कि उत्तर कोरिया से बातचीत का कोई फायदा नहीं है। ऐसा माना जा रहा है कि आबे का यह भाषण चीन के लिए था जो कि लगातार उत्तर कोरिया से बातचीत करने को लेकर दबाव बना रहा है।