Breaking News

कांग्रेस के युवराज बने कांग्रेस के महाराज, पार्टी मुख्यालय के बाहर जोरदार जश्न

नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण की वोटिंग से ठीक पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए खुशखबरी की खबर है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष निर्वाचित हो गए हैं. दोपहर तीन बजे नामांकन वापस लेने का समय खत्म हो गया है. कांग्रेस ने दोपहर में इसका औपचारिक रूप से ऐलान कर दिया. बता दें कि आज ही नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन था, सिर्फ राहुल ने ही नामांकन दाखिल किया था.

नामांकन के दौरान राहुल की ओर से दाखिल किए गए सभी 89 सेट सही पाए गए. राहुल ने 4 दिसंबर को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया था. राहुल गांधी 17 दिसंबर को सभी कांग्रेस नेताओं और कांग्रेस सांसदों के लिए डिनर का आयोजन करेंगे. साफ है कि अध्यक्ष पद संभालने से पहले राहुल सभी नेताओं से खुल कर चर्चा करना चाहते हैं.

इससे पहले खबर थी कि राहुल गांधी 14 दिसंबर को आधिकारिक रूप से अध्यक्ष पद संभालेंगे. लेकिन इस पर फैसला नहीं हो सका. क्योंकि 14 तारीख को ही वोटिंग है इसलिए कुछ नेताओं ने इस दिन ताजपोशी का विरोध किया.

इसके अलावा कुछ नेताओं का तर्क था कि चूंकि 16 तारीख से खरमास लग रहा है और हिंदू परंपरा में इस समय शुभ काम नहीं किए जाते हैं. इसलिए पर संशय बरकरार था.

19 साल बाद नया अध्यक्ष

आपको बता दें कि यह लगभग दो दशक बाद है, जब कांग्रेस पार्टी को उसका नया पार्टी अध्यक्ष बनेगा. मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी 1998 से पार्टी की कमान संभाल रही हैं. नामांकन के दौरान राहुल के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई कांग्रेसी दिग्गज शामिल हुए थे. हालांकि, सोनिया गांधी-प्रियंका गांधी शामिल नहीं हुई थीं. राहुल ने नामांकन से पहले सोनिया से उनके घर जा मुलाकात की थी.

शहजाद ने उठाए थे सवाल, मोदी ने की तारीफ

आपको बता दें कि अध्यक्ष पद चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी के रिश्तेदार शहजाद पूनावाला ने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि यह इलेक्शन नहीं सिलेक्शन है. जिसके बाद उनके ही भाई तहसीन पूनावाला ने उनसे संबंध तोड़ दिए थे, कांग्रेस नेताओं ने भी इस बयान को ज्यादा तवज्जों ना देने की बात कही थी. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में एक रैली के दौरान शहजाद की तारीफ की थी.