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उपवास पर मुख्यमंत्री शिवराज, कहा किसानों के लिए मेरी जान हाज़िर

भोपाल। हिंसक हो रहे किसान आंदोलन को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को मनाने का नया तरीका खोज निकाला है. शनिवार से वे BHEL के दशहरा मैदान पर अनिश्चितकाल उपवास पर हैं. अनशन से पहले सीएम एवं उनकी पत्नी साधना सिंह ने पूर्व सीएम कैलाश जोशी के पैर छूकर आर्शीवाद लिया. वहीं, जोशी ने तिलक कर सफल होने की शुभकामनाएं दी. सीएम शिवराज के इस उपवास के लिए राज्य बीजेपी के तमाम बड़े नेता और मंत्री दशहरा मैदान पहुंचे हुए हैं. मंच पर सीएम की पत्नी साधना सिंह, वरिष्ठ बीजेपी नेता बाबूलाल गौर, प्रभात झा समेत मंत्रिमंडल के कई सदस्य हैं.

किसानों का जेल भरो आंदोलन

सरकार के रुख से नाराज किसानों ने जेल भरो आंदोलन करने का ऐलान भी किया है. साथ ही किसान गांव-गांव जाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी करेंगे. राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ, आम किसान यूनियन, भारतीय किसान यूनियन सहित अन्य संगठनों के नेताओं ने संयुक्त रुप से इस बात की जानकारी दी है. किसान संहठनों ने मंदसौर की घटना के लिए राज्य की बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.

भारी पुलिस बल की तैनाती

पुलिस ने किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस के 18 नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. शुक्रवार को मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान 4 जगहों से हिंसा की खबरें सामने आईं, वहीं हालात को काबू में करने के लिए RAF की 2 और टुकड़ियों को मध्य प्रदेश भेजा गया है.

कैसे भड़की हिंसा

मंदसौर ज़िले में किसान आंदोलन के दौरान मंगलवार को पुलिस फायरिंग में 6 किसानों के मारे जाने के बाद पश्चिमी मध्य प्रदेश में भड़की हिंसा और आगजनी के बीच विपक्ष मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को घेरने में जुटा है. जबकि शिवराज लगातार शांति बनाये रखने की अपील कर रहे हैं. शिवराज ने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं के समाधान से लिए उनसे बातचीत करने के लिये हमेशा तैयार है.

इससे पहले सीएम ने शुक्रवार को कहा था, ‘मैं पत्थर दिल इंसान नहीं हूं, चर्चा के लिए दरवाजे हमेशा खुले हैं. कल भेल दशहरा मैदान में सुबह 11 बजे से बैठूंगा, वहीं से सरकार चलाऊंगा.’ उन्होंने कहा, ‘न वल्लभ भवन, न सीएम हाउस में काम करूंगा, बल्कि मैदान से ही काम करते हुए अनिश्चितकालीन अनशन करूंगा.’ मुख्यमंत्री ने आंदोलन को कथित तौर पर भड़का रहे लोगों को चेतावनी देते हुए कहा था, ‘अराजक तत्वों से निपटना चुनौती है, कानून और व्यवस्था की स्थापना ही हमारी प्राथमिकता है. कुछ लोगों ने युवाओं को पत्थर सौंप दिए हैं.’ हालांकि राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सीएम के उपवास को नौटंकी करार दिया है.