Breaking News

इन नेताओं ने उठाए थे सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल, सेना के वीडियो से मिला जवाब

नई दिल्ली। भारतीय सेना द्वारा साल 2016 में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में दाखिल होकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने का वीडियो सबूत सामने आ गया है. इसके साथ ही सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वाले और बयानबाजी करने वालों को जवाब मिल गया है.

भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक पर सिर्फ पाकिस्तान ने ही नहीं, बल्कि भारत के कई राजनीतिक दलों ने सवाल उठाए थे.

कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने स्ट्राइक को फर्जी बताया था, तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसके सबूत मांगे थे. पाकिस्तानी मीडिया ने केजरीवाल के बयान को हाथों-हाथ लिया था.

यूपीए शासनकाल में केंद्रीय वित्तमंत्री रहे पी चिदंबरम ने भी सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े किए थे. इन नेताओं द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए जाने के बाद जमकर बयानबाजी और राजनीति हुई थी. हालांकि सरकार ने उस समय इस वीडियो को जारी नहीं किया था.

केंद्र सरकार का कहना था कि सर्जिकल स्ट्राइक पर डीजीएमओ के बयान पर भरोसा किया जाना चाहिए. सरकार का मानना था कि इस मसले पर हो रही राजनीति के कारण उसको लाइन ऑफ कंट्रोल के पार सेना के ऑपरेशन के किसी को कोई सुबूत देने की जरूरत नहीं है.

भारतीय डीजीएमओ ने किया था खुलासा

2016 में 28-29 सितंबर की रात सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत के तत्कालीन डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रनबीर सिंह ने 29 सितंबर की दोपहर बारह बजे प्रेस कांफ्रेंस में ‘भारतीय सेना के लाइन ऑफ कंट्रोल पर सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकवादी ठिकाने नष्ट करने’ का दावा किया था.

उन्होंने कहा था कि भारत ने पाकिस्तान के डीजीएमओ को पिछली रात ही सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में जानकारी दे दी थी. हालांकि पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी किए गए अधिकारिक बयान में किसी तरह के सर्जिकल स्ट्राइक का खंडन किया गया  था और कहा गया था कि भारत सीमा पार से गोलीबारी को सर्जिकल स्ट्राइक बता रहा है. पाकिस्तानी सेना ने भारतीय गोलीबारी में अपने दो जवानों के मारे जाने की पुष्टि की थी.