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अरुण जेटली ने कर्मचारी के बेटे को अच्छे नंबर आने पर गिफ्ट की थी कार, जानें उनसे जुड़ीं 10 अनसुनी बातें

नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का रविवार दोपहर को निगम बोध घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा. जेटली का निधन शनिवार दोपहर 12 बजकर सात मिनट पर एम्स में हो गया था. वह 9 अगस्त को एम्स में भर्ती हुए थे. बीजेपी मुख्यालय पर बीजेपी नेता और कार्यकर्ता उन्हें अंतिम विदाई दे रहे हैं. बीजेपी मुख्यालय से पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए निगमबोध घाट ले जाया जाएगा. जहां दोपहर 2.30 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

विलक्षण व्यक्तित्व के धनी जेटली के जीवन से जुड़ी कई अनसुनी बातें हैं जो आप नहीं जानते होंगे. आइए उनके जीवन से जुड़े कुछ अनसुनी बातें जानते हैं:

1. भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद जेटली के पिता लाहौर से दिल्ली आए थे. 1974 में जेटली कांग्रेस की NSUI के टिकट पर छात्रसंघ चुनाव लड़ सकते थे.
2. फिल्म पड़ोसन का ‘एक चतुर नार का गाना’ जेटली को बेहद पसंद था.
3. देवानंद के दीवाने थे जेटली. डिस्को भी जाते थे. उनकी शादी में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और अटल बिहारी बाजपेयी ने शिरकत की थी.
4. जेटली अपने बच्चों रोहन और सोनाली को जेब खर्च भी चेक से देते थे.

5.  2005 में जेटली ने अपने कर्मचारी के बेटे को अच्छे नंबर आने पर कार गिफ्ट की थी.
6. अरुण जेटली के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था.
7. जेटली ने अपने कर्मचारियों के बच्चों को उसी स्कूल में पढ़ाया जिसमें उनके बच्चे पढ़े.
8. अरुण जेटली को पेन, शॉल, खाने-पीने का शौक था.

9. अरुण जेटली बचपन में नेता बनने की बजाए चार्टेड अकाउंटेंट बनना चाहते थे.
10. भाषण कला में माहिर जेटली शेर-शायरी के भी बेहद शौकीन थे.

मोदी के ‘मिस्टर भरोसेमंद’ जेटली
जयप्रकाश आंदोलन के वक्त से पीएम मोदी-जेटली का साथ रहा. पीएम मोदी के सबसे बड़े कानूनी सलाहकार रहे. 2014 लोकसभा चुनाव से पहले मोदी के पक्ष में सहमति बनाई. 2014 में मोदी मंत्रिमंडल बनाने में अहम रोल निभाया. बीजेपी के वरिष्ठ और युवा नेताओं के बीच ब्रिज का काम किया. नोटबंदी, GST, रफाल जैसे मुद्दों पर आम सहमति बनाने में अहम रोल रहा. पीएम मोदी के सभी आर्थिक फैसलों को लागू कराया.