सैफई। सैफई महोत्सव में बॉलीवुड सेलिब्रिटीज ने अपनी परफॉरमेंस से सभी का दिल जीत लिया। जहां महोत्सव के समापन समारोह पर सितारों का मेला लगा रहा, तो वहीं यहां उपद्रवियों ने बॉलीवुड नाइट में रंग में भंग डालने का काम किया।
उपद्रवियों ने किया बवाल
– सैफई महोत्सव के अंतिम दिन यानी सोमवार की रात कुछ उपद्रवी पंडाल में घुस आए।
– इसके बाद वे और आगे जाने के लिए पुलिस से जिद करने लगे।
– जब पुलिस ने उनको रोका तो उन्होंने पंडाल में बैठी भीड़ पर कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं।
– जब पुलिस ने उनको रोका तो उन्होंने पंडाल में बैठी भीड़ पर कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं।
– पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें पंडाल से बाहर खदेड़ दिया।
एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल
– जब खदेड़े जाने के बाद करीब डेढ़ दर्जन उपद्रवी युवक बाहर आ गए तो उन्होंने बाहर पथराव करना शुरू कर दिया।
– उन्होंने बाहर खड़ी मीडिया की गाड़ियों, ओवी वैन्स और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर भी जमकर पथराव किया।
– इसमें एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए।
– आधा दर्जन से ज्यादा मीडिया की गाड़ियां और ओवी वैन टूट गईं।
– जब खदेड़े जाने के बाद करीब डेढ़ दर्जन उपद्रवी युवक बाहर आ गए तो उन्होंने बाहर पथराव करना शुरू कर दिया।
– उन्होंने बाहर खड़ी मीडिया की गाड़ियों, ओवी वैन्स और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर भी जमकर पथराव किया।
– इसमें एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए।
– आधा दर्जन से ज्यादा मीडिया की गाड़ियां और ओवी वैन टूट गईं।
मेला प्रभारी पर लगा आरोप
– इसके बाद डेढ़ दर्जन उपद्रवी सैफई मेले में घुस गए और वहां भी जमकर पथराव कर तोड़फोड़ की।
– इस घटना से सैफई मेले में आए दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर लीं और दुकान के अंदर ही छिप गए।
– दुकानदारों ने बताया कि जब पंडाल की तरफ से पुलिसकर्मियों ने उपद्रवियों को मेले की तरफ खदेड़ दिया तो वे लोग मेला परिसर में पथराव करने लगे।
– इसके बाद डेढ़ दर्जन उपद्रवी सैफई मेले में घुस गए और वहां भी जमकर पथराव कर तोड़फोड़ की।
– इस घटना से सैफई मेले में आए दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर लीं और दुकान के अंदर ही छिप गए।
– दुकानदारों ने बताया कि जब पंडाल की तरफ से पुलिसकर्मियों ने उपद्रवियों को मेले की तरफ खदेड़ दिया तो वे लोग मेला परिसर में पथराव करने लगे।
– इस दौरान मेला प्रभारी अवधेश यादव फोर्स के साथ उपद्रवियों के पास ही खड़े थे।
– इसके बावजूद उन्होंने उपद्रवियों को रोकने का प्रयास नहीं किया और न ही उन्हें अरेस्ट किया।
– इसके बावजूद उन्होंने उपद्रवियों को रोकने का प्रयास नहीं किया और न ही उन्हें अरेस्ट किया।