नई दिल्ली/अहमदाबाद। लाल किले से पाकिस्तान पर प्रहार के साथ डेढ़ घंटे तक धाराप्रवाह भाषण, तो कुछ ही घंटों बाद बिल्कुल निशब्द। गला रुंधा हुआ और आंखों से लगातर छलकते आंसू। सोमवार को स्वतंत्रतता दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी के यह दो बेहद अलग रूप देखने को मिले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को लाल किले से स्वतंत्रता दिवस भाषण के ठीक बाद स्वामीनारायण पंथ के आध्यात्मिक मुखिया व बोचासणवासी अक्षरपुरुषोत्तम संस्थान (BAPS) के प्रमुख स्वामी महाराज के अंतिम दर्शन के लिए अहमदाबाद पहुंचे।
वहां प्रमुख स्वामी को याद करते हुए वह बेहद भावुक होकर रो पड़े। मोदी प्रमुख स्वामी के बारे में बोलते हुए इतने भावुक हो गए कि उनके मुख से शब्द ही नहीं निकल रहे थे। पीएम मोदी का गला रुंध गया और वह कुछ देर के लिए ठहर गए फिर बड़ी मुश्किल से कुछ बोल पाए। स्वामी महाराज का शनिवार को देहांत हो गया था, वह 95 वर्ष के थे। वह करीब एक साल से बीमार चल रहे थे। सारंगपुर में 17 अगस्त को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
#WATCH: PM Modi gets emotional while paying homage to HH Pramukh Swami Maharaj in Sarangpur (Gujarat)https://t.co/rTxxyvSS01
— ANI (@ANI_news) August 15, 2016
प्रमुख स्वामी के अंतिम दर्शनों के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु अहमदाबाद पहुंच रहे हैं। अहमदाबाद में करीब 25 लाख लोगों के जुटने की संभावना जताई जा रही है।
HH Pramukh Swami Maharaj was a mentor to me. I will never forget my interactions with him. Will miss his presence. pic.twitter.com/p4lsx65zjY
— Narendra Modi (@narendramodi) August 13, 2016
लोग स्वामी जी को प्यार से बप्पा कहते थे। उन्होंने देश-विदेश के करीब 17 हजार गावों की यात्रा की थी। इसके अलावा भारतीय संस्कृति की झलक लिए अक्षरधाम मंदिर की अवधारणा भी प्रमुख स्वामी की ही देन थी। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भी बप्पा स्वामी के अनुयायी थे।