नई दिल्ली। सीबीआई के लुकआउट नोटिस के बावजूद लिकर बैरन विजय माल्या लंदन चले गए। ये मसला गुरुवार को संसद में भी गूंजा। हमारे सहयोगी टीवी चैनल टाइम्स नाउ के मुताबिक माल्या लंदन के बाहरी इलाके में स्थित अपने घर पर हैं।
सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में जानकारी दी थी कि माल्या 2 मार्च को ही देश छोड़ चुके हैं। इसके बाद कोर्ट ने माल्या, उनकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस और अन्य के खिलाफ नोटिस जारी किया था। कोर्ट ने इसे लंदन स्थित भारतीय दूतावास के जरिए इस नोटिस पर अमल कराने के भी निर्देश दिए थे।
अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी का कहना है, ‘हमारी पहली कोशिश है कि विजय माल्या को वापस लाया जाए और उनकी कुल संपत्ति का खुलासा हो, जिसमें से ज्यादातर विदेशों में है। माल्या का पासपोर्ट जब्त न कर पाने की स्थिति में पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी के केस जैसी पहल की जा सकती है यानी उनके पासपोर्ट को रद्द किया जा सकता है।’
उन्होंने कहा कि एक बार माल्या का पासपोर्ट रद्द कर दिया जाएगा तो वह किसी भी अन्य देश में रहने का उनका कानूनी हक खत्म हो जाएगा और ऐसे में उन्हें उसी देश में आने के लिए बाध्य होना पड़ेगा जहां से वह गए हैं। उन्होंने कहा कि माल्या से बकाया 9000 करोड़ रुपयों की वसूली एक लंबी कानूनी प्रक्रिया है।
गौरतलब है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और अन्य देनदार बैंकों ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी कि माल्या का पासपोर्ट जब्त कर उन्हें देश छोड़ने से रोका जाए। इससे पहले एसबीआई इसी मांग के साथ ऋण वसूली अधिकरण (DRT) में भी याचिका दाखिल कर चुकी है।