नई दिल्ली। सीबीआई ने शराब उद्योगपति विजय माल्या द्वारा 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का बैंक लोन नहीं चुकाने के मामले में सीबीआई ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। जांच एजेंसी ने अब लगभग छह लाख बैंकिंग लेन-देन की पड़ताल शुरू कर दी है। इनमें से 60 प्रतिशत से अधिक लेन-देन विभिन्न बाहरी देशों को किए गए।
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई को इस मामले में चार देशों को धन जाने की महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। सूत्रों ने हालांकि इन देशों का नाम नहीं बताया क्योंकि इससे पांच प्रभावित हो सकती है।
सीबीआई ने गड़बड़ियों की रिपोर्ट के लिए साल 2012 और 2014 में आईडीबीआई बैंक से संपर्क किया था जिसने कथित तौर पर नियमों का उल्लंघन करते हुए 900 करोड़ रुपये का लोन सैंक्शन किया था। सूत्र बताते हैं कि इसी तरह, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से भी सीबीआई ने इस साल की शुरुआत में संपर्क साधा था। लेकिन, इन दोनों के साथ-साथ बाकी के 15 बैंकों में से एक भी औपचारिक शिकायत के लिए अब तक सामने नहीं आया।
सीबीआई ने हाल ही में किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व चीफ फाइनैंशल ऑफिसर ए रघुनाथन और यूबी ग्रुप के पूर्व चीफ फाइनैंशल ऑफिसर रवि नेदुंगदी से पूछताछ की है। एजेंसी का आरोप है कि किंगफिशर एयरलाइंस ने सरकारी बैंकों से लिए लोन का बड़ा अच्छा-खासा हिस्सा टैक्स हेवंस माने जाने वाले देशों में भेज दिया। लेकिन, उन्होंने ऐसा क्यों किया इसका कोई जिक्र लोन ऐप्लिकेशंस में नहीं किया।