नई दिल्ली। एनडीए ने संसद के बजट सत्र की रणनीति को लेकर सोमवार को विचार विमर्श किया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में एनडीए के नौ घटक दलों के नेता मौजूद थे। इस दौरान जीएसटी समेत विभिन्न विधेयकों और बजट को लेकर राजनीतिक दलों के सुझाव लिए गए।
बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि संसद के भीतर एनडीए के सभी घटक दल सामूहिक रणनीति पर काम करेंगे और आम जनता व किसानों के मुद्दों को पूरजोर तरीके से उठाया जाएगा। बैठक में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और शिवसेना नेताओं ने एनडीए के अंदर संवाद की कमी का मुद्दा उठाया और कहा कि इस तरह की बैठकें लगातार होती रहनी चाहिए।
इस पर नायडू ने स्पष्ट किया कि बैठक हर महीने हुआ करेगी। 23 फरवरी को संसद शुरू होने से पहले भी 22 फरवरी को एनडीए की बैठक होगी जिसमें संसद सत्र की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। बैठक में यह भी तय किया गया कि भाजपा नेतृत्व सभी दलों से अलग अलग चर्चा करेगा। अकाली दल और तेलगू देशम पार्टी के नेता मंगलवार को केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे और उसके बाद उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी होगी।
वेंकैया नायडू ने कहा कि संसद के भतीर एनडीए एकजुट रहेगा और विपक्ष द्वारा उठाए जाने वाले हर मुद्दे का जोरदार जवाब देगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी और भूमि अधिग्रहण विधेयक पर भी विभिन्न दलों ने अपनी राय रखी है। सरकार को भरोसा है कि आगामी सत्र में इन्हें पारित कर दिया जाएगा।
बैठक में शाह के अलावा गृहमंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू, शिवसेना नेता संजय रावत, रामदास अठावले, अनुप्रिया पटेल आदि सभी घटक दलों के नेता मौजूद थे।