हाइलाइट्स
♦ दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस भारत में अपनी जड़ें जमाने के लिए नक्सली संगठनों से संपर्क में था।
♦ आईएसआईएस आतंक फैलाने के लिए नक्सली संगठनों की संचालन पद्धति को समझना चाहता था। इसके अलावा उसकी योजना नक्सलियों से हथियार खरीदने की भी थी।
एनआईए के मुताबिक, आईएसआईएस के आतंकी नक्सली संगठनों के पास इसलिए पहुंचे थे ताकि आतंक फैलाने के लिए वे उनकी (नक्सली संगठनों की) संचालन पद्धति को समझ सकें। इसके अलावा वे नक्सलियों से हथियार खरीदने की योजना भी बना रहे थे।
दरअसल, एनआईए ने आईएसआईएस से संबंध रखने के आरोप में 16 लोगों के खिलाफ एक स्पेशल कोर्ट में जो सप्लिमेंटरी चार्जशीट दाखिल की है, उसमें इस बात का जिक्र किया गया है। इस चार्जशीट में भारत में आईएसआईएस के मुख्य भर्तीकर्ता और भगोड़े शफी अरमार का नाम भी है। उसके अलावा मोहम्मद नफीस खान, मुदब्बीर शेख, अबू अनस, नजमुल हुडा और मोहम्मद अफजल का नाम है।
एक प्रेस रिलीस में एनआईए ने कहा, ‘आरोपियों ने आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की खातिर नक्सलियों की कार्य प्रणाली समझने के लिए उनसे संपर्क किया। इसके अलावा उनकी योजना नक्सलियों से हथियार खरीदने की भी थी।’