www.puriduniya.com नई दिल्ली। चीन भले ही न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (NSG) में भारत के प्रवेश को यह कहकर चुनौती दे रहा हो कि भारत परमाणु अप्रसार संधि (NPT) में शामिल नहीं है, लेकिन असल में प्रसार के मामले में चीन का अपना रेकॉर्ड भी विवादास्पद है। चीन द्वारा पाकिस्तान, ईरान और उत्तरी कोरिया के साथ रक्षा व परमाणु तकनीक साझा किए जाने पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। विकीलीक्स द्वारा अमेरिकी सरकार की लीक की गई फाइलों से इस बात की जानकारी मिलती है। इनमें से कुछ अहम सवालों पर नजर डालिए:
उत्तरी कोरिया
दिसंबर 2008: चीन की एक आर्थिक कारोबार के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी, जो कि उत्तरी कोरिया के बिचौलियों के माध्यम से काम करती है, उत्तरी कोरिया के सीरिया में चल रहे एक बलिस्टिक मिसाइल डिवेलपमेंट योजना में कच्चा माल और तकनीक की आपूर्ति में अहम भूमिका निभा रही थी।
अगस्त 2005: पेइचिंग ने कहा कि चीन की एक ट्रेडिंग कंपनी ने उत्तरी कोरिया के लिए हथियार का कारोबार करने वाले कोरिया माइनिंग डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन को कई टन स्टील की आपूर्ति की।
पाकिस्तान
मार्च 2009: अमेरिका ने चीन द्वारा पाकिस्तान के अगिनेल इंटरप्राइजेज को 1,000 किलो विशेष स्टील देने पर चिंता जताई थी। अगिनेल इंटरप्राइजेज पाकिस्तान के परमाणु व मिसाइल कार्यक्रमों से जुड़ा हुआ है। इस स्टील का आयाक पाकिस्तान ने कम दूरी की बलिस्टिक मिसाइल के हिस्से बनाने में किया।
मार्च 2009: पेइचिंग को पाकिस्तान की इंट्रालिंक इनकॉर्पोरेटेड द्वारा चीन की एक फर्म से वाइब्रेशन टेस्ट सिस्टम के लिए कीमतें बताने का आवेदन किए जाने पर जवाब देने को कहा गया था। यह भी पाकिस्तान की बलिस्टिक मिसाइल के लिए था।
अक्टूबर 2008: चीन ने बताया कि उसके द्वारा इस्लामाबाद को भेजे गए ट्रिसॉनिक विंड टनल का इस्तेमाल पाकिस्तान सरकार द्वारा मिसाइल संबंधित शोध और विकास में किया जाना था।
ईरान
मार्च 2009: लीक हुई फाइल्स के मुताबिक अमेरिका ने चीन के डालियान सनी इंडस्ट्रिज नाम के एक फर्म द्वारा प्रसार संबधी कारोबारी गतिविधियों के बारे में गंभीर चिंता जाहिर की थी। यह फर्म ईरान के बलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए सामान का निर्यात कर रहा था।
जनवरी 2009: हांग कांग मोस्ट ग्रुप कंपनी लिमिटेड ने कथित तौर पर ईरान के एक फर्म को चीन में बने एल्युमीनियम प्लेट्स का निर्यात किया था। इन प्लेटों का इस्तेमाल मिसाइल के कई तरह के हिस्से बनाने के लिए किया जा सकता है।
सीरिया
जून 2008: अमेरिका ने चीन से सीरिया की इंडस्ट्रियल सलूशन द्वारा 2024- T6 एल्युमीनियम के लिए चीन की एक कंपनी को ऑर्डर दिए जाने पर सफाई मांगी थी। यह सीरियन कंपनी देश के बलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में शामिल थी।