मनीषा कोइराला ने एक इंटरव्यू में साझा किया कि कैंसर से उनकी लड़ाई ने उनके रिश्तों के बारे में गहरा अहसास कराया। प्रतिभाशाली अभिनेत्री ने खुलासा किया कि उनकी बीमारी के दौरान, जिन दोस्तों पर वह कभी भरोसा करती थीं, उन्होंने उन्हें छोड़ दिया, और चुनौतीपूर्ण समय में उनका समर्थन करने के लिए केवल उनका निकटतम परिवार ही बचा। मनीषा ने यह भी खुलासा किया कि आर्थिक रूप से संपन्न होने के बावजूद, कैंसर से संघर्ष के दौरान उनका विस्तारित परिवार उनसे मिलने नहीं आया। इस अनुभव ने उन्हें थेरेपी लेने के लिए प्रेरित किया, जो काफी फायदेमंद साबित हुई।