लखनऊ। सपा में घमासान अब इस कदर बढ़ चुका है कि सुलह की तमाम कोशिशें अभी तक विफल साबित हुई हैं। हर झगड़े के बाद एक ही नाम सामने उभर कर आता है और उसी एक व्यक्ति को पूरे घटनाक्रम के लिए जिम्मेवार ठहराया जाता है। इसी का शिकार हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह ने अपना पूरा समर्थन देते हुए बातचीत के दौरान कहा कि जिस विचारधारा में समाजवादी उस विचारधारा में मैं भी हूं। समाजवादी धारा हर किसी से अलग है। अमर सिंह ने कहा कि मेरे ऊपर कई आरोप लगाए गए है। पर कभी-कभी मौन ही सभी सवालों और उन पर लगाए गए आरोपों का सर्वश्रेष्ठ रणनीतिक जवाब होता है। आगे अमर बोलें कि,वृन्दावन में रहना है तो हां जी, हां जी कहना है।
उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूंं कि मुलायम और अखिलेश में सुलह हो जाए। मैं चाहता हूं पिता-पुत्र में सहमति बने। मुलायम सिंह यादव अकेले और बेहैसियत हैं। अमर सिंह ने कहा कि सीएम अखिलेश बताएं मैंने कौन सा व्यापार किया है, या मैंने कौन सी गलती की है। वे चाहें तो मेरी जांच करा सकते है। एक बड़े नेता मुझे बीजेपी का एजेंट बता रहे हैं।
वहीं बड़ी खबर ये भी है कि अमर सिंह समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं। आपको बता दें कि अमर सिंह पहले भी कह चुके थे कि अगर मेरे पीछे हटने से सुलह होती है तो मैं तैयार हूं। अमर सिंह आज सुबह भी उन्होंने मुलायम सिंह से मुलाकात की थी। वहीं विवाद निपटाने के लिए हो रही तरह-तरह की कवायद के बीच शिवपाल यादव मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने उनके सरकारी आवास गए थे। लंबे इंतजार के बाद शिवपाल यादव खुद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने उनके आवास 5 कालीदास पहुंचे थे। अखिलेश से मिलने के बाद शिवपाल फिर से मुलायम सिंह यादव के आवास पहुंचे हैं। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लगातार अमर सिंह का विरोध करते रहे हैं। अखिलेश यादव कई मौकों पर अमर सिंह को सपा के सियायी घमासान के लिए जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि अमर सिंह पर कार्रवाई करके अखिलेश और मुलायम के बीच सुलह का रास्ता निकाला जा रहा है।
वहीं इससे पहले झगड़े के बीच सपा के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए। आपको बता दें कि लखनऊ, इटावा, दिल्ली समेत कई बैंकों की शाखाओं में समाजवादी पार्टी के लगभग 500 करोड़ रुपये जमा हैं। सूत्रों के मुताबिक बैंक आफ इंडिया, केनरा बैंक, स्टेट बैंक, विजया बैंक और यूपी कोऑपरेटिव बैंक की लखनऊ शाखा में सपा के खाते हैं। वहीं दिल्ली के स्टेट बैंक और इटावा के बैंक ऑफ बड़ौदा में भी उनके खाते हैं। इन खातों के फ्रीज होने के बाद फिलहाल अब इनसे कोई लेन-दने नहीं हो सकेगा। सूत्रों के मुताबिक यह कार्रवाईअखिलेश खेमे के एक बड़े नेता ने करवाई है। यूपी चुनाव से ठीक पहले अखिलेश खेमे की ये कार्रवाई मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव के लिए एक बड़े झटके की तरह है।