वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है, कयासों का बाज़ार भी गरमाता जा रहा है। इसी कड़ी में ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में राजनीतिक विशलेषक डगलस ई. शोएन के आकलन ने सबको हैरान कर दिया है। डगलस के मुताबिक, इस बात की पूरी संभावना है कि डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की प्रबल उम्मीदवार मानी जा रहीं हिलरी क्लिंटन इस पद के लिए पार्टी का चेहरा न बन पाएं।
डगलस ने लिखा है कि हिलरी अगर 7 जून को कैलिफोर्निया प्राइमरी में बर्नी सैंडर्स से हार जाती हैं तो राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उनकी उम्मीदवारी खतरे में पड़ सकती है। उन्होंने लिखा है कि ऐसा होने की काफी संभावना है।
सैंडर्स अगर मामूली अंतर से भी जीतते हैं तो उन्हें 250 से ज्यादा डेलिगेट्स का समर्थन मिल सकता है, जो काफी अहम बढ़त होगी। कैलिफोर्निया से सैंडर्स के जीतने की सूरत में हिलरी की दावेदारी कमजोर पड़ सकती है।
हाल ही में हिलरी क्लिंटन को केंटाकी प्राइमरी में बर्नी सैंडर्स पर बेहद कम अंतर से जीत से जहां बढ़त मिली है, वहीं बर्नी सैंडर्स ने ओरेगन में निर्णायक जीत से अपनी जद्दोहद को जारी रखा। सैंडर्स की जीत के बाद पार्टी के अंदर गहरा मतभेद भी उजागर हुआ।
हालांकि हिलेरी अब तक 2,383 डेलिगेट्स का समर्थन हासिल नहीं कर पाई हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार बनने के लिए यह संख्या हासिल करना जरूरी है। इस समय हिलरी के पक्ष में 2,293 डेलिगेट्स हैं जबकि उनके एकमात्र डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स के पास 1,533 डेलिगेट्स हैं। हालांकि सैंडर्स इस दौड़ को छोड़ने से इनकार कर चुके हैं।
राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार बन चुके डॉनल्ड ट्रंप लगातार हिलरी पर हमले बोल रहे हैं।