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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांचवें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में शामिल हुए, दुनिया के समक्ष संकट पर की चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांचवें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में शामिल हुए और उन्होंने अपना संबोधन दिया। वर्चुअल मोड में आयोजित होने वाले डमिट की मेजबानी वर्तमान बिम्सटेक अध्यक्ष श्रीलंका द्वारा की गयी। इस दौरान पीएम मोदी ने दुनिया के समक्ष जो संकट है उस पर बात की। पीएम मोदी ने कहा यूरोप में हाल के घटनाक्रमों ने अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की स्थिरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस संदर्भ में क्षेत्रीय सहयोग करना एक बड़ी प्राथमिकता बन गई है। आज हम अपने समूह के लिए संस्थान की संरचना विकसित करने के लिए बिम्सटेक चार्टर अपना रहे हैं।

5वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने आगे कहा कि हम नालंदा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित बिम्सटेक छात्रवृत्ति कार्यक्रम के दायरे का विस्तार और विस्तार करने पर काम कर रहे हैं। हम आपराधिक मामलों पर आपसी कानूनी सहायता पर एक संधि पर भी हस्ताक्षर कर रहे हैं।

बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी बोले कि बंगाल की खाड़ी को संपर्क, समृद्धि और सुरक्षा का पुल बनाने का समय आ गया है। मैं सभी बिम्सटेक देशों का आह्वान करता हूं कि वे 1997 में एक साथ हासिल किए गए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नए उत्साह के साथ काम करने के लिए खुद को समर्पित करें। भारत अपने परिचालन बजट को बढ़ाने के लिए (बिम्सटेक) सचिवालय को 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्रदान करेगा, (बिम्सटेक) सचिवालय की क्षमता को मजबूत करना महत्वपूर्ण है… मेरा सुझाव है कि महासचिव इसके लिए एक रोडमैप तैयार करें।