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कंझावला मर्डर केस: सभी आरोपियों के नमूने फॉरेंसिक साइंस लैब पहुंचे, गाड़ी के पहिये पर मूली खून के धब्बे

दिल्ली के कंझावला इलाके में नए साल पर एक कार से युवती अंजलि सिंह को घसीटे जाने के बाद हुई मौत के मामले में अब आरोपियों के नमूने फॉरेंसिक साइंस लैब तक पहुंच गए है। इस मामले में फॉरेंसिक साइंस लैब ने भी जानकारी साझा की है। लैब के मुताबिक महिला के गाड़ी के अंदर होने के किसी तरह के निशान अब तक नहीं मिले है।

शुरुआती जांच में सामने आया है कि महिला एक्सिडेंट होने के बाद गाड़ी के बाएं पहिए में फंस गई थी। शुरुआती जांच में लैब की टीम को खून के निशान गाड़ी के आगे के बाएं पहिए पर मिले है। इसके अलावा गाड़ी के अन्य हिस्सों पर भी खून के काफी धब्बे मिले है। इन सभी धब्बों की भी जांच पड़ताल करने में फॉरेंसिक लैब की टीम जुटी हुई है।

विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की टीम ने कार पर लगे खून के नमूने ले लिए हैं और उनका मिलान जौंटी गांव के पास मिले खून के नमूने से करेगी, जहां से शव बरामद किया गया था। एक सूत्र ने कहा कि इससे यह स्थापित हो जाएगा कि खून पीड़िता का ही है।

फॉरेंसिक साइंस लैब में सभी आरोपियों के सैंपल भी पहुंच गए है। आरोपियों के सैंपल की जांच कर पता लगाया जाएगा कि क्या सभी आरोपी उस रात नशे में धुत थे। वहीं मृतका का अंतिम संस्कार भारी सुरक्षा के बीच मंगलवार 3 जनवरी को कर दिया गया है। ‘‘अंजलि को इंसाफ दो’’ लिखे बैनर लिए बड़ी संख्या में लोग पीड़िता के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इस दौरान लोगों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की। इसी बीच दिल्ली पुलिस को हादसे की एक और चश्मदीद मृतका की दोस्त मिली है जो हादसे के समय मृतका के साथ थी।

सीसीटीवी फुटेज से मिली जानकारी
सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने अंजलि की दोस्त का पता लगाया। अंजलि की दोस्त ने कहा कि वे नए साल की पूर्व संध्या पर एक होटल में कुछ दोस्तों से मिलने गई थीं और आरोप लगाया कि ‘नशे में’ होने के बावजूद, पीड़िता पार्टी के बाद स्कूटी चलाना चाहती थी। अन्य चश्मदीद गवाहों के विपरीत, पीड़िता की दोस्त ने दावा किया कि उस कार में कोई संगीत नहीं बज रहा था जिसने उन्हें टक्कर मारी थी। साथ ही उसने दावा किया कि ड्राइवर को पता था कि अंजलि पहियों के नीचे घिसटती जा रही है।

युवती को पोस्टमॉर्टम में सामने आई ये बात
युवती का पोस्टमार्टम मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) परिसर में एक मेडिकल बोर्ड की निगरानी में किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक युवती की मौत सिर, रीढ़ की हड्डी और निचले अंगों में चोट लगने के परिणामस्वरूप रक्तस्राव होने तथा आघात पहुंचने के चलते हुई। डॉक्टरों ने आरंभिक रिपोर्ट में कहा है, ‘‘सिर, रीढ़ की हड्डी, बायीं जांघ की हड्डी और दोनों पैरों में गंभीर चोट पहुंचने के परिणामस्वरूप रक्तस्राव हुआ और आघात लगा। सभी चोटें संभवत: वाहन से हुई दुर्घटना और घसीटे जाने के कारण लगीं।’’ डॉक्टरों ने कहा कि हालांकि, अंतिम रिपोर्ट रासायनिक विश्लेषण और जैविक नमूनों की रिपोर्ट मिलने के बाद दी जाएगी। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि कोई भी चोट यौन उत्पीड़न का साक्ष्य नहीं देती है। अंतिम रिपोर्ट आने वाले समय में प्राप्त होगी। मामले की जांच जारी है।’’