नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लोकसभा में कहा कि संसद के सुचारु रूप से नहीं चलने से देश को नुकसान होता है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए मोदी ने कहा, “सदन में चर्चाएं होती हैं, लेकिन यदि संसदीय सत्र नहीं चलता है तो देश को जितनी क्षति होती है उससे कहीं अधिक क्षति सांसदों को होती है, क्योंकि वे मुद्दों पर चर्चा ही नहीं कर पाते।” उन्होंने कहा कि संसद एक ऐसा मंच है, जहां सरकार से प्रश्न पूछे जाते हैं और सरकार विभिन्न मुद्दों पर अपना रुख स्पष्ट करती है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि संसदीय सत्र तभी फलदायक होता है, जब चर्चा के दौरान मर्यादाओं का पालन किया जाता है।
राहुल गांधी का नाम लिए बिना मोदी ने कहा कि कुछ लोगों को नई योजनाएं समझ में नहीं आती हैं। मेक इन इंडिया का मजाक उड़ा रहे हैं। पीएम ने जोर देकर कहा कि बिल पास होने ही चाहिए, यह सिस्टम को बिचौलियों से मुक्त करते हैं। पीएम ने कहा कि जीएसटी बिल आप ही का है, उसे रोका जा रहा है।विपक्ष के हंगामे पर पीएम ने कहा कि मुझे 14 साल से बहुत प्रमाणपत्र मिल रहे हैं, एक आपका भी सही। शुक्रिया। सिर झुकाकर स्वीकार करता हूं।