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रूस और यूक्रेन के बीच छीड़ी जंग , रूस वहां भारतीय नागरिकों को यूक्रेन के साथ जंग करने के लिए मजबूर कर रहा है

रूस और यूक्रेन के बीच छीड़ी जंग रूकने का नाम नहीं ले रही। हालांकि, इस जंग के बीच रूस में फंसे कई भारतीय नागरिक में मुसीब का सामना कर रहे हैं। दरअसल, रूस वहां काम करने आए भारतीय नागरिकों को यूक्रेन के साथ जंग करने के लिए मजबूर कर रहा है। हालांकि, भारतीय नागरिकों ने चिंता व्यक्त की और भारत ने शुक्रवार को अपने नागरिकों को सावधानी बरतने और इस जंग से दूर रहने की सलाह दी है।

एक प्रेस ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, “हम जानते हैं कि कुछ भारतीय नागरिकों ने रूसी सेना के साथ सहायक नौकरियों के लिए साइन अप किया है। भारतीय दूतावास ने नियमित रूप से इस मामले को संबंधित रूसी अधिकारियों के साथ उठाया है। हम सभी भारतीय नागरिकों से आग्रह करते हैं कि वे उचित सावधानी बरतें और इस संघर्ष से दूर रहें।”

इस हफ्ते की शुरुआत में, एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से उन तीन भारतीयों को बचाने का आग्रह किया था, जिन्हें कथित तौर पर रूसी सेना में शामिल होने और यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में लड़ने के लिए मजबूर किया गया था। द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम तीन भारतीय नागरिकों को कथित तौर पर एक एजेंट द्वारा धोखा दिया गया और “सेना सुरक्षा सहायक” के रूप में काम करने के लिए रूस भेजा गया। ये लोग उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब और जम्मू-कश्मीर से हैं। जयशंकर को टैग करते हुए ओवैसी ने ट्वीट किया, “कृपया इन लोगों को घर वापस लाने के लिए अपने अच्छे कार्यालयों का उपयोग करें। उनकी जान खतरे में है और उनके परिवार वाजिब रूप से चिंतित हैं।”

बता दें कि रूस में मौजूद भारतीय नागरिकों को जबरदस्ती यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इनमें से ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब और जम्मू कश्मीर के रहने वाले हैं। इन नागरिकों ने अब भारत सरकार से मदद मांगी है। रिपोर्ट के मुताबिक, एक एजेंट ने खुलासा करते हुए बताया कि नवंबर 2023 से लगभग 18 भारतीय नागरिक रूस-यूक्रेन सीमा पर फंसे हुए हैं। ये लोग मारियुपोल, खार्किव, डोनात्सक, रोस्तोव-ऑन-डॉन में फंसे हुए हैं। यह भी खबर है कि जंग के दौरान एक भारतीय नागरिक की मौत भी हो गई है। बता दें कि रूस व यूक्रेन के बीच पिछले दो सालों से जंग जारी है।