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भारत के समर्थन में सचिन-लता-अक्षय: महाराष्ट्र सरकार कराएगी जाँच, मंत्री ने कहा – ‘किस दबाव में लिखा, एक जैसा क्यों

महाराष्ट्र। सचिन तेंदुलकर, अक्षय कुमार, लता मंगेशकर, सायना नेहवाल जैसे लोगों ने भारत की संप्रभुता की बात की। कॉन्ग्रेस और NCP के साथ टिकी महाराष्ट्र की सरकार को लेकिन यह रास नहीं आया। अब वो इसकी जाँच करवा रहे हैं कि आखिर एक साथ इतने बड़े भारतीय सेलेब्रिटी एक ही मुद्दे पर ट्वीट कैसे कर सकते हैं।

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख जाँच का आदेश देते हैं। वो कहते हैं – “पूरे दुनिया में यह बात हो रही है। अपने-अपने क्षेत्र के नामचीन लोग जैसे सचिन साब, लता जी, साइना नेहवाल… इनकी अपनी-अपनी सोच है, लेकिन जिस प्रकार की टाइमिंग है, क्या किसी दबाव से इस प्रकार की ट्वीट आई है क्या? साइना नेहवाल और अक्षय कुमार के ट्वीट एकदम एक जैसा ट्वीट है।”

भारत में ‘किसान’ आंदोलन हो रहा है। इसके लिए समर्थन खालिस्तान जैसे आतंकी संगठनों से आ रहा है। और विदेशी ताकतों से भी। इनमें बड़े-बड़े नाम भी शामिल हैं। ये नाम भारत-विरोधी कंटेंट को सोशल मीडिया पर बढ़ावा दे रहे हैं।

इनके विरोध में सचिन तेंदुलकर, अक्षय कुमार, लता मंगेशकर, सायना नेहवाल जैसे लोगों ने भारत की संप्रभुता की बात की।

“भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता है। बाहरी ताकतें दर्शक हो सकती हैं लेकिन प्रतिभागी नहीं। भारतीय भारत को जानते हैं और उन्हें ही भारत के लिए फैसला करना है। आइए एक राष्ट्र के रूप में एकजुट रहें। IndiaTogether #IndiaAgainstPropaganda”

यह ट्वीट सचिन तेंदुलकर ने 3 फरवरी 2021 को किया था। क्यों किया था? क्योंकि भारत के अंदरूनी मामले में विदेशी लोग (बड़े-बड़े नाम, वो भी एक साजिश और प्रपंच के तहत) हस्तक्षेप करने लगे थे।

सचिन के अलावा अक्षय कुमार, लता मंगेशकर, सुरेश रैना, साइना नेहवाल जैसे बड़े नामों ने भी विदेशी ताकतों और प्रोपेगेंडा के खिलाफ अपनी बात सोशल मीडिया पर रखी थी। लेकिन यह महाराष्ट्र सरकार को रास नहीं आई। वजह राजनीतिक है या सच में किसी साजिश की आशंका है महाराष्ट्र की सरकार को… यह सिर्फ वहाँ के गृहमंत्री अनिल देशमुख ही बता सकते हैं।

इससे पहले कॉन्ग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल ने तेंदुलकर पर हमला करते हुए कहा है कि वे ‘भारत रत्न के लायक नहीं हैं’। साथ ही दावा किया है कि सचिन अपने बेटे को आईपीएल टीम में जगह दिलाने के लिए सरकार का समर्थन कर रहे हैं।