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Supporters hold party flags during an election campaign rally by India's ruling Congress party president Sonia Gandhi in Mumbai April 26, 2009. REUTERS/Punit Paranjpe (INDIA POLITICS ELECTIONS) - GM1E54Q1QHD01

पंजाब ही नहीं इन 5 राज्यों में भी कांग्रेस में है अंदरूनी झगड़ा, अगले 2 साल में चुनाव होने हैं, लेकिन 500 ज्यादा पदाधिकारियों के पद खाली हैं

Supporters hold party flags during an election campaign rally by India’s ruling Congress party president Sonia Gandhi in Mumbai April 26, 2009. REUTERS/Punit Paranjpe (INDIA POLITICS ELECTIONS) – GM1E54Q1QHD01

पंजाब कांग्रेस में विधानसभा चुनाव के 5 महीने पहले बवंडर मचा है। हाईकमान से कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा मांगा है। चार दिन पहले प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू खेमे के 40 विधायकों ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर कैप्टन पर कार्रवाई की मांग की थी।

कांग्रेस में अंदरूनी झगड़े वाला ये इकलौता प्रदेश नहीं है। अगले 2 साल में कुल 16 राज्यों में चुनाव हैं। इनमें से 5 प्रमुख राज्यों में कांग्रेस अंदरूनी झगड़े का शिकार है। इनमें पंजाब, राजस्‍थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य सबसे आगे हैं जहां कांग्रेस की सरकार है।

कांग्रेस उन्हीं 10 राज्यों में 500 से ज्यादा पदों पर पदाधिकारी ही नियुक्त नहीं कर पाई है। जबकि भारतीय जनता पार्टी का एक भी पद खाली नहीं है। आइए एक-एक उन राज्यों 5 बड़े राज्यों की ओर चलते हैं, जहां कांग्रेस आपस में ही लड़ रही है।

1. पंजाब: चुनाव फरवरी 2022 में, कांग्रेस की 208 सदस्यों की टीम दो फाड़, BJP में 29 पदाधिकारी पहले से थे, अब 200 नए पद भरे जाने का दावा

पंजाब के पिछले चुनाव में कुल 117 सीटों में से BJP ने सिर्फ 23 पर चुनाव लड़ा था और जीत सिर्फ 3 सीटों पर मिली। फिर भी पार्टी में प्रदेश के सभी 29 पदाधिकारियों के पद भरे हुए हैं। पार्टी का दावा है कि 200 नए पदाधिकारी बनाए गए हैं। वो जमीन पर काम करने के लिए भेज दिए गए हैं, लेकिन उनकी जानकारी अभी पब्लिक नहीं की गई है।

117 में से 77 सीटें जीतने वाली पंजाब कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी में 208 सदस्य हैं, लेकिन दो धड़ों में बंटे हुए। एक को प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू चलाते हैं और दूसरे को CM अमरिंदर सिंह। दो दिन पहले ही सिद्धू कैंप के 40 विधायकों ने अमरिंदर सिंह के खिलाफ सोनिया गांधी को चिट्ठी भेजी थी। अब हाईकमान ने कैप्टन से इस्तीफा मांग लिया है।

2. राजस्‍थान: चुनाव दिसंबर 2023 में, कांग्रेस में जमीन पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं की समितियां भंग हो चुकी हैं, बीजेपी वहीं सबसे ज्यादा मेहनत कर रही है

BJP अगले चुनाव की तैयारी में लगी है। उसके पास 26 मुख्य पदा​धिकारी हैं, 93 प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और 50 विशेष आमंत्रित सदस्य हैं, यानी 170 से ज्यादा की लोगों की जमी-जमाई टीम है। इसके अलावा हाल ही में जिला, मंडल, मोर्चे, प्रकोष्ठ में नई भर्तियां की गई हैं। इनमें युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, एससी मोर्चा, एसटी मोर्चा, किसान मोर्चा में अध्यक्ष और पूरी कार्यकारिणी बनाकर अगले चुनाव की तैयारी की जा रही है।

पिछले चुनाव में BJP को मात देने वाली कांग्रेस की मौजूदा हालत ये है कि सभी प्रकोष्ठ, विभाग, 39 जिलाध्यक्ष और 400 ब्लॉक अध्यक्षों, जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी सचिन पायलट की बगावत के बाद 14 जुलाई 2020 से भंग है। तब से केवल 39 पदाधिकारियों से कांग्रेस चल रही है।

3. मध्य प्रदेश: चुनाव दिसंबर 2023 में, कांग्रेस ने आखिरी बार 2018 में पदाधिकारी चुने थे, BJP के सारे पद भरे हुए हैं

BJP ने अपने 59 मुख्य पदाधिकारियों के साथ 180 से ज्‍यादा की टीम का नाम-पता-कॉन्टैक्ट नंबर वेबसाइट पर शेयर कर रखा है। हमने तीन नंबर पर फोन किया तो फोन उन्हीं लोगों ने उठाया, जिनके नाम के सामने नंबर लिखे थे।

पिछले चुनाव में BJP को मात देने और बाद में फूट के चलते सरकार खोने वाली पार्टी कांग्रेस में आखिरी बार 7 जुलाई 2018 को तब के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 84 पदाधिकारी नियुक्त किए थे, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद अब इनमें से कई पदाधिकारी पार्टी बदल चुके हैं। पदाधिकारियों की मौजूदा हालत पर कांग्रेस फिलहाल कोई जवाब नहीं दे रही है।

4. गुजरात: चुनाव दिसंबर 2022 में, BJP ने CM समेत मंत्रिमंडल बदल डाला और यह 160 पदाधिकारियों का संगठन, वहीं कांग्रेस में सिर्फ 3 कार्यकारी अध्यक्ष

चुनाव से 15 महीने पहले BJP ने CM बदलकर भूपेंद्र पटेल को कमान थमाई है। संगठन के तौर पर पार्टी में 160 लोगों की मुख्य कार्यकारिणी है। इसमें 40 मुख्य प्रदेश पदाधिकारी, 80 प्रदेश कार्य समिति सदस्य और 40 विशेष आमंत्रित सदस्य हैं। इसके अलावा 100 से ज्यादा जिला और मंडल स्तर के पद भी भरे हुए हैं।

वहीं, कांग्रेस के प्रदेश संगठन का पूरा ढांचा 6 महीने से चरमराया हुआ है। स्थानीय नेता हाई कमान के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। प्रदेश में फिलहाल सिर्फ 3 कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल, करसनदास सोनेरी और डॉ. तुषार चौधरी ही पार्टी चला रहे हैं। पहले यहां 234 पदाधिकारियों की टीम थी।

पिछले चुनाव में कुल 182 सीटों में से BJP ने 99 और कांग्रेस ने 77 सीटें जीती थीं, लेकिन बाद में कांग्रेस के 12 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। BJP के पास फिलहाल 115 विधायक हो गए हैं।

5. छत्तीसगढ़: चुनाव दिसंबर 2023 में, कांग्रेस और BJP दोनों के पद भरे हुए, लेकिन कांग्रेस में दूसरा खेमा भी

BJP​​​​​​​ ने डेढ़ साल पहले चुनाव कर के सभी 81 सदस्य चुने लिए थे, कोई पद खाली नहीं है। हाल ही में एक सभा में प्रदेश प्रभारी पुरंदेश्वरी देवी ने कहा कि अगर BJP कार्यकर्ता पलट कर थूक दें तो बघेल की सरकार बह जाएगी। दोनों ओर से चुनावी मोड ऑन हो गया है। पिछले चुनाव में कुल 90 सीटों में से कांग्रेस ने 67 और BJP ने 15 सीटें जीती थीं।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में 40 सदस्यों वाली कार्यकारिणी है। सभी नियुक्तियां मार्च 2020 की हैं, लेकिन अगस्त में पार्टी में CM बदलने की चर्चा के जोर पकड़ने के बाद भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव को दिल्ली तलब किया गया था, तब जाकर मामला सुलझा, लेकिन महीने भर बाद ही अब फिर से आपसी लड़ाई पर बैठक चल रही है।

इसी क्रम में हम 5 और बड़े राज्यों की चर्चा कर रहे हैं, जो बड़े हैं और अगले दो सालों में यहां चुनाव होने हैं-

6. उत्तर प्रदेश: चुनाव फरवरी 2022 में। BJP की 172 की टीम, कांग्रेस कमेटी में 114 सदस्य

UP BJP​​​​​​​ संगठन में एक भी पद खाली नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष से लेकर कार्यालय संपर्क प्रभारी तक सभी कुल 172 पद भरे हुए हैं। सभी जिलाध्यक्षों की फोटो, मोबाइल नंबर, ईमेल ID के साथ UP BJP की वेबसाइट अपडेट है। हमने उन्हीं में से कुछ रैंडम नंबर्स चुने और कॉल किया, वो नंबर्स ऑन थे, उन्हीं पदाधिकारियों ने उठाए, जिनका नाम वेबसाइट पर दिख रहा था।

कांग्रेस में अब वेबसाइट की व्यवस्‍था नहीं है। 24 अकबर रोड कांग्रेस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी यानी UPCC में कुल 114 सदस्य हैं। इनमें से ज्यादातर को प्रियंका गांधी ने 2019 लोकसभा चुनाव के वक्त चुना था। हां, 2020 में भी कुछ भर्तियां हुई हैं।

इन 114 सदस्यों के अलावा अभी 15 सितंबर को कांग्रेस ने एक ‘स्पेशल 26 मीडिया पैनल’ लॉन्च किया है। ये 26 लोग योगी सरकार में घोटाले ढूंढेंगे और मीडिया तक ले जाएंगे। पिछले चुनाव में कुल 403 सीटों में से BJP ने 312 और कांग्रेस ने 7 सीटें जीती थीं।

7. उत्तराखंड: चुनाव फरवरी 2022 में, BJP​​​​​​​ ने CM बदलकर 34 पदाधिकारियों की टीम तैनात की, कांग्रेस ने नई टीम बनाई है, लेकिन पदाधिकारियों के चुनाव नहीं हुए

उत्तराखंड BJP की वेबसाइट पर 34 प्रदेश पदाधिकारियों की सूची दी गई है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष से लेकर किसान मोर्चा, महिला मोर्चा और अनुसूचित जाति मोर्चे तक पदाधिकारी तैनात हैं। उनसे संपर्क करने की जानकारी भी मौजूद है। 3 जुलाई को CM बदलकर BJP चुनाव की तैयारियों में जुट गई है।

जबकि कांग्रेस प्रदेश की नई कार्यकारिणी का चुनाव तक नहीं करा पाई है। पुरानी कार्यकारिणी में 150 से ज्यादा लोग थे। उन्हें अभी यही स्पष्ट नहीं है कि वो पद पर बने हुए हैं या नहीं। चुनाव की खातिर एक नई टीम बनी है, लेकिन पार्टी हरीश रावत और प्रीतम सिंह के दो खेमों में बंटी हुई है।

पिछले चुनाव में BJP को 46.5% वोट मिले थे तो कांग्रेस को 33.5%। हालांकि कुल 70 सीटों में से BJP​​​​​​​ ने 57 और कांग्रेस ने 11 ही जीती थीं।

8. गोवा: चुनाव फरवरी 2022 में, BJP के 142 पदाधिकारी मोर्चे पर तैनात, 200 से ज्यादा नए पदाधिकारी भी भर्ती किए, कांग्रेस ने बस चिदंबरम को भेजकर सुध ली है

गोवा BJP चुनावी मोड में है। प्रदेश कार्यकारिणी में 142 पदाधिकारियों के मोर्चे पर तैनात होने के बावजूद 200 से ज्यादा महिला और युवा पदाधिकारी चुने गए हैं।

जबकि कांग्रेस का संगठन बीते 4 साल में ‌बिखर चुका है। फिलहाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कितने लोग हैं, इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है।

इसके पीछे की वजह पिछले चुनाव के बाद घटी घटनाएं हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में कुल 40 सीटों में से 17 कांग्रेस ने जीतीं और 13 BJP ने। अन्य के खाते में 10 सीटें गई थीं। ये सभी 10 विधायक कांग्रेस को सपोर्ट कर रहे थे और सरकार बनाने की उम्मीद थी, लेकिन तब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी छुट्टी पर थे। पार्टी CM कैंडिडेट ही तय नहीं कर पाई।

इधर तब के BJP अध्यक्ष अमित शाह और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर गोवा पहुंचे और सभी 10 अन्य विधायकों को अपने पक्ष में कर लिया। फिर शपथ के पहले भी 2 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया।

2019 आते-आते बचे हुए 15 कांग्रेस विधायकों में से भी 10 ने BJP जॉइन कर ली। अब कांग्रेस के पास सिर्फ 5 विधायक बचे हैं। इस साल अगस्त में कांग्रेस ने पी चिदंबरम को पर्यवेक्षक बनाकर गोवा भेजा था। उनकी रिपोर्ट का इंतजार है।

9. हिमाचल प्रदेश: चुनाव दिसंबर 2022 में, BJP ने CM को दिल्ली तलब करके हिसाब लिया, कांग्रेस हमलावर

BJP ने गुजरात में CM बदलने के बाद हिमाचल के CM जयराम ठाकुर को दिल्ली तलब किया था। BJP की हिमाचल प्रदेश की ऑफिशियल वेबसाइट अभी चल नहीं रही है। कार्यालयों से मिली जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश में भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी में 34 पदाधिकारी हैं। इसके अलावा जिला, मंडल, मोर्चा, अलग-अलग प्रकोष्ठ और स्थाई आमंत्रित सदस्यों को मिलाकर 225 लोगों से ज्यादा की टीम काम कर रही है।

कांग्रेस का दावा है कि पार्टी के 150 प्रदेश पदाधिकारी हैं। इनमें से 2019 में चुने गए 40 पदाधिकारियों की सूची इंटरनेट पर मौजूद है।

10. मणिपुर: चुनाव फरवरी 2022 में, दोनों ही पार्टियों के पदाधिकारियों की सूची सार्वजनिक जगहों से नदारद

BJP की मणिपुर की वेबसाइट काम नहीं कर रही है। पिछले साल जून में 9 विधायकों ने CM बीरेन सिंह से अपना समर्थन हटाने को कहा था। तब उन्हें दिल्ली बुलाया गया। नॉर्थ-ईस्ट के BJP के चेहरे हिमंता बिस्वा शर्मा को मणिपुर भेजा गया और सरकार बचाई गई।

कांग्रेस की ओर से कोई सुगबुगाहट फिलहाल नजर नहीं आती। पिछले चुनाव में कुल 60 सीटों में से BJP के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 37 सीटें जीती थीं। अकेले BJP को 24 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस के गठबंधन को सिर्फ 17 सीटें मिलीं थीं, जिसमें कांग्रेस की 16 थीं।

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मीडिया स्टडीज के HOD धनंजय चोपड़ा कहते हैं कि जब तक कांग्रेस में अहमद पटेल थे, तब तक संगठन दुरुस्त रहता था, लेकिन फिलहाल कांग्रेस में संगठन को संभालने वाला कोई नेता नहीं है, जबकि BJP में अब भी संगठन की बात आती है तो सबसे पहले अमित शाह की ओर देखा जाता है।