लखनऊ। राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने यूपी की सियासी घमासान पर टिपण्णी करने से इनकार करते हुए कहा कि अखिलेश मेरे बच्चे जैसे हैं और वे मुझे बाहरी नहीं कह सकते। चेन्नई में मीडिया से बात करते हुए अमर ने कहा, अखिलेश से मेरा रिश्ता ऐसा है वे मेरे बच्चे जैसे हैं। अखिलेश ने मुझे आज तक कुछ नहीं कहा।
अगर वे मुझे मारेंगे तो मैं उनसे पूछूंगा बेटा कहीं हाथ में चोट तो नहीं लगी। उनको ऑस्ट्रेलिया पढ़ाई के लिए मैं ही लेकर गया। उनकी शादी भी करवाई। उस समय नहीं पता था कि वे मुख्यमंत्री बनेंगे। मैं नहीं मानता की वे मुझे आउटसाइडर कहेंगे। अमर सिंह ने कहा, मैं पूरे मामले में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। अगर मैं राजनीति करता तो मैं भी सत्ता के गलियारे में बैठा रहता। अगर मुलायम सिंह कहेंगे तो मैं खुद को दोषी मान लूंगा। उन्होंने कहा कि एक बार जब मैंने गलत बयान दिया तो नेताजी ने मुझे टोका था। लोगों को समस्या इस बात से है कि मुलयम मुझसे इतना प्रेम क्यों करते हैं।
अमर सिंह ने कहा कि अखिलेश अब बच्चे नहीं रहे. वे एक संवैधानिक पद पर बैठे हैं। अखिलेश को आज (नई पीढ़ी) और कल (पुरानी पीढ़ी) के बीच समन्वय करना होगा। अमर ने कहा यह मेरा आदेश नहीं सुझाव है। अमर सिंह ने मीडिया पर भी मसाला स्टोरी का ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि “आप लोग चाहे जितना भी कह लें मैं नहीं मान सकता कि अखिलेश मेरे लिए कुछ कहेंगे।
गौरतलब है कि पार्टी में मचे सियासी संग्राम पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि इसके जिम्मेदार बाहरी लोग हैं। उन्होंने कहा कि बाहरी लोग के हस्तक्षेप से सरकार और पार्टी कैसे चलेगी। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन मीडिया में कयास लगाया जा रहा है कि वह बाहरी शख्स कोई और नहीं बल्कि अमर सिंह हैं।