लखनऊ। विकास नगर थाने की पुलिस ने शनिवार को डंडइया बाजार से टेढ़ी पुलिया तक अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाकर जमकर मनमानी की। स्थानीय दुकानदारों का आरोप है कि पुलिस ने ठेले, गुमटियां तोड़ने के साथ दुकानदारों को दौड़ा-दौड़कर पीटा।
इस दौरान नगर निगम के अफसर मूकदर्शक बने रहे। उनका आरोप है कि पुलिस ने पटरी दुकानदारों के साथ मेडिकल, किराना और कपड़ा व्यवसायियों को भी दुकान से बाहर खींचकर पीटा। केमिस्ट असोसिएशन ने यह मामला पुलिस के उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने की बात कही है। असोसिएशन के प्रतिनिधियों का कहना है कि पुलिस और नगर निगम कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर हड़ताल की जाएगी।
व्यापारियों ने बताया कि दोपहर करीब 12 बजे नगर निगम की टीम विकास नगर थाने की पुलिस के साथ डंडइया बाजार पहुंची और सड़क के किनारे लगे ठेले और गुमटियां तोड़ना शुरू कर दिया। दुकानदारों ने तोड़फोड़ करने का विरोध किया तो पुलिस ने दुकानदारों पर डंडे बरसाने शुरू कर दिए।
इसके बाद टीम विकास नगर पहुंची और मेडिकल स्टोर, जनरल मर्चेंट और अस्थायी दुकानों के बाहर लगे बोर्ड तोड़ने लगी। आरोप है कि तोड़फोड़ का विरोध करने पर पुलिस ने व्यापारियों को दुकानों से खींचकर सड़क पर पीटा। व्यापारियों के मुताबिक उन्होंने कई अफसरों को मामले की सूचना दी, लेकिन किसी ने हस्तक्षेप नहीं किया।
केमिस्ट असोसिएशन के मीडिया प्रभारी विकास रस्तोगी ने बताया कि एसएसपी को फोन पर मामले की जानकारी दी गई है। डीजीपी से मिलकर लिखित शिकायत की जाएगी। नगर निगम टीम और पुलिस के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो असोसिएशन हड़ताल करेगी।