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UPA के शासन में कभी नहीं हुई थी सर्जिकल स्ट्राइक: तत्कालीन DGMO

upa-surgical-strikeनई दिल्ली। UPA के शासनकाल में सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने से जुड़े कांग्रेस के दावे के बीच तत्कालीन डीजीएमओ का एक अहम बयान सामने आया है। 2012-14 के बीच UPA शासनकाल में DGMO रहे लेफ्टिनेंट जनरल (रि) विनोद भाटिया ने कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में हुई सर्जिकल स्ट्राइक पहली बार की गई है और ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है।

भाटिया ने कहा,’पाकिस्तान ने हमारे धैर्य की सीमा को तोड़ दिया था। उन्होंने लक्ष्मण रेखा पार कर ली थी और इसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा।’ गौरतलब है कि कांग्रेस ने कुछ दिन पहले दावा किया था कि UPA के शासनकाल में भी इस तरह की सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। पूर्व DGMO ने कहा कि वो LoC पर हुए ऑपरेशन थे, लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक नहीं।

भाटिया ने कहा, ‘ये PoK में पहली सर्जिकल स्ट्राइक है। पिछले साल जून में हमने म्यांमार में एक सर्जिकल स्ट्राइक किया था लेकिन ये स्ट्राइक खास है। हमने पाकिस्तान को हर मोर्चे पर मात दी। चाहे कूटनीति हो, राजनीति हो या सैन्य माध्यम से। हमने स्ट्रैटिजी के तहत ये स्ट्राइक की। सेना ने तीन किलोमीटर अंदर घुसकर आतंकियों को मारा। सेना ने लक्ष्य पर बेहतरीन हमला किया। ये आतंकियों के लॉन्च पैड थे। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद आतंकियों में एक खौफ का माहौल बना है। लॉन्च पैड के द्वारा आतंकी भारत में घुसपैठ की कोशिश करने वाले थे।’

पूर्व DGMO कहा, ‘ये शानदार ऑपरेशन था। सर्जिकल स्ट्राइक से पहले बहुत सारी जानकारियां जुटाई गई थीं और इसका फैसला सर्वोच्च स्तर पर किया गया। अगर स्ट्राइक असफल होती तो देश को शर्मिंदगी झेलनी पड़ती। हमारे समय में दूसरे तरह के ऑपरेशन किए जाते थे, वे सर्जिकल स्ट्राइक नहीं थीं। हम आतंकियों की घुसपैठ रोकने या फिर सीमा पर सीजफायर का जवाब देते थे। हमारे समय में लोकल स्तर पर ऑपरेशन किया गया था।’ भाटिया ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ अप्रत्यक्ष लड़ाई छेड़ रखी है। उसको इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। भाटिया के मुताबिक, पाकिस्तान आतंकवादी राष्ट्र है।