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सपा में बढ़ा शिवपाल का कद, जाने अखिलेश यादव ने क्या सौंपी जिम्मेदारी

समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की घोषणा हो गई है। इस बार राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति में कुल 42 लोगों को शामिल किया गया है। इस सूची में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव, लगातार बयानों से चर्चा में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य और आजम खान का नाम भी शामिल है।

इस सूची के मुताबिक शिवपाल यादव को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। पार्टी ने शिवपाल यादव को राष्ट्रीय महासचिव बनाया है। वहीं किरणमय नंदा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, रामगोपाल यादव को राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव बनाया गया है। इस सूची के मुताबिक कुल 14 लोगों को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। राष्ट्रीय महासचिव बनने वालों में आजम खान और हाल ही में रामचरितमानस पर विवादित बयान देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम शामिल हुआ है। इस बयान के बाद भी स्वामी प्रसाद मौर्य को बड़ी जिम्मेदारी मिलने से साफ हुआ है कि इस बयान को पार्टी ने भी गलत नहीं माना है।

ये भी बनाए गए राष्ट्रीय महासचिव
शिवपाल यादव, आजम खान और स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा 11 अन्य लोगों को भी राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। इनमें रवि प्रकाश वर्मा, बलराम यादव, विशम्भर प्रसाद निषाद, अवधेश प्रसाद, इंद्रजीत सरोज, रामजीलाल सुमन, लालजी वर्मा, रामचल राजभर, जे एंटोनी, हरेंद्र मलिक और नीरज चौधरी का नाम शामिल है।

गौरतलब है कि मैनपुरी उपचुनाव के बाद से ही शिवपाल यादव को समाजवादी पार्टी में अहम भूमिका मिलने की संभावना थी। इस जिम्मेदारी को मैनपुरी में डिंपल यादव की बड़ी जीत हासिल कराने में साथ देने का तोहफा के रूप में देखा जा रहा है। वहीं बीते कुछ समय से शिवपाल यादव के उत्तर प्रदेश के दौरों में भी काफी इजाफा हुआ था।

अखिलेश ने की थी स्वामी प्रसाद मौर्य से मुलाकात
श्रीरामचरित मानस पर टिप्पणी को लेकर विवादों से घिरे समाजवादी पार्टी (सपा) के विधान परिषद सदस्य एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने शनिवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से यहां पार्टी दफ्तर में मुलाकात की। मौर्य दोपहर 12 बजे के आसपास सपा दफ्तर पहुंचे और पार्टी प्रमुख के साथ करीब पौन घंटे तक बैठक की। बैठक के बाद मौर्य ने बातचीत में कहा कि उनकी यह बैठक जाति आधारित जनगणना की मुहिम को तेज करने समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर थी।

शिवपाल की पार्टी का हुआ था विलय
मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव के बाद ही एक बड़ा निर्णय भी हुआ था। शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का समाजवादी पार्टी में विलय हो गया था। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव को समाजवादी पार्टी का झंडा भी दिया था।