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संजय राउत को झटका नहीं मिली जमानत, जेल में मनाना पड़ेगा दशहरा

शिवसेना सांसद संजय राउत (60) को पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में अभी कोई राहत नहीं मिल सकी है। मुंबई की विशेष अदालत ने राउत की न्यायिक हिरासत को 10 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया है। राउत की जमानत याचिका पर अब सुनवाई भी 10 अक्टूबर को ही होगी।

बता दें कि संजय राउत शिवसेना के नेता है, जो पार्टी के प्रवक्ता भी है। लंबे समय से संजय राउत मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते रहे है। वो अपने बयानों के कारण भी लगातार चर्चा में रहे है। गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में राज्यसभा सदस्य राउत (60) को एक अगस्त को गिरफ्तार किया था। ईडी ने पिछले हफ्ते पूरक आरोपपत्र दाखिल किया था, जिसमें राउत को मामले में आरोपी बनाया गया था।

प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दाखिल आरोप पत्र में संजय को आरोपी बनाया गया है। कोर्ट ने ईडी द्वारा दाखिल आरोप पत्र पर संज्ञान लिया है। इस आरोप पत्र में संजय का नाम एक आरोपी के तौर पर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक राउत ने इस मामले में जमानत के लिए धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) मामलों की विशेष अदालत का दरवाजा खटखटाया है।

जानें क्या है पात्रा घोटाला

ईडी पात्रा चॉल पुन:विकास परियोजना में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है। उपनगर गोरेगांव में स्थित सिद्धार्थ नगर, जोकि पात्रा चॉल के नाम से लोकप्रिय है.. 47 एकड़ से ज्यादा भूमि में फैला हुआ है और उसमें 672 किराएदार परिवार रहते थे। महाराष्ट्र आवासीय आर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण (महाडा) ने 2008 में पात्रा चॉल के पुन:विकास का काम एचडीआईएल से जुड़ी कंपनी गुरु आशीष कंस्ट्रेक्शन प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा। निविदा के अनुसार, कंस्ट्रक्शन कंपनी को किराएदारों के लिए 672 फ्लैट बनाने थे और कुछ फ्लैट उसे महाडा को भी देने थे। बाकी बची जमीन वह निजी डेवलपर्स को बेच सकता था। लेकिन 14 साल बाद भी किराएदारों को एक फ्लैट नहीं मिला क्योंकि कंपनी ने पात्रा चॉल का पुन:विकास नहीं किया। और सारी जमीन को दूसरे बिल्डरों को 1,034 करोड़ रुपये में बेच दी।

पत्नी से हो चुकी है पुछताछ

इस मामले में राउत की पत्नी वर्षा के साथ भी पूछताछ हो चुकी है। ईडी ने 8-10 घंटे गहन पूछताछ की थी। इसके अलावा उनके कथित सहयोगियों से संबंधित वित्तीय संपत्ति के लेनदेन में कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित है। इस पूछताछ के बाद वर्षा राउत ने बयान जारी कर कहा था कि हम हमेशा उद्धव ठाकरे के साथ है। चाहे कुछ भी हो जाए, हम शिवसेना पार्टी नहीं छोड़ेंगे।