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सीएम पद को लेकर बोलीं प्रतिभा सिंह, वीरभद्र सिंह की परिवार की उपेक्षा नहीं की जा सकती, उनके चेहरे और काम पर जीते

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली है। 68 सीटों में से कांग्रेस के खाते में 40 सीटें गई हैं। वहीं, भाजपा को 25 सीटें ही मिल पाई। कांग्रेस में अब मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर मंथन शुरू हो गया है। दालांकि, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह लगातार दावा ठोक रही हैं। आज उन्होंने यह भी कह दिया कि वीरभद्र सिंह की परिवार की उपेक्षा नहीं की जा सकती। प्रतिभा सिंह वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं। कांग्रेस में वीरभद्र सिंह एक बहुत बड़े नाम थे। सीएम के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे उनके (वीरभद्र सिंह) परिवार की उपेक्षा नहीं कर सकते। हम उनके नाम, चेहरे और काम पर जीते। ऐसा नहीं हो सकता कि आप उनके नाम, चेहरे और परिवार का उपयोग करें और किसी और को श्रेय दें।

प्रतिभा सिंह ने उम्मीद जताई की हाईकमान ऐसा नहीं करेगा। एचपी कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि यह बड़ी जिम्मेदारी सोनिया गांधी ने दी थी और उन्होंने मुझसे कहा था कि वह मुझे राज्य प्रमुख के रूप में चुन रही हैं और अब मुझे सभी 68 निर्वाचन क्षेत्रों में जाना होगा और राज्य में जीतना होगा। मैंने वह ईमानदारी से किया। परिणाम हमारे सामने है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने सीएम चेहरे पर कहा कि कई नामों पर चर्चा हो रही है। तमाम समीकरण देखे जा रहे हैं। हमें इसे नवनिर्वाचित विधायकों के निर्णय पर छोड़ देना चाहिए। यह उनका विशेषाधिकार है। उन्होंने कहा कि लोगों ने अपना फैसला लिया। अब यह विधायकों को तय करना है कि वे किसे अपना नेता चाहते हैं।

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हमें इसे उनके (नवनिर्वाचित विधायकों) विवेक पर छोड़ देना चाहिए। इस बारे में हाईकमान को अवगत करा दिया जाएगा और फिर वे उस पर अपना निर्णय लेंगे। इससे पहले हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा वीरभद्र सिंह ने कहा कि विधायक चुनेंगे अपना नेता, निर्णय से पार्टी आलाकमान को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कह रहा हूं कि मैं मुख्यमंत्री की दौड़ में हूं, लेकिन हमने यह चुनाव स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के नाम पर जीता है। आप उन्हें और उनके परिवार को नजरअंदाज नहीं कर सकते।