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POSITIVE NEWS- के एम मणि: पिछले 52 सालों से नहीं हारे कोई चुनाव

नई दिल्ली। भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहाँ पर जनता मतदान करने के बाद उसी पार्टी के जीतने का दावा भी करती है जिसे उसने वोट दिया है। जनता द्वारा चुने जाने के कारण प्रत्याशी को पूरे पांच साल जनता के ही सुर में सुर मिलाने पड़ते हैं। वरना सच तो ये है कि राजनीति में कई धुरधंर आएं और पांच साल पूरे किए बिना ही जनता ने उन्हें नकार दिया। लेकिन आज भी एक शख्स ऐसे हैं जो लगातार पिछले 52 सालों से विधानसभा चुनाव जीतते चले आ रहे हैं।

केरल के एक जिले कोट्टयम में पाला नाम की जगह है। यहाँ के बारे में कहा जाता है कि यहाँ कोई पूर्व विधायक आपको ढूंढने से भी नहीं मिलेगा। क्योंकि यहाँ आज तक एक ही विधायक हुआ है करिन्कोज़क्कल मणि जिनको लोग के एम मणि के नाम से जानते है। के एम मणि 1965 से हुए हर चुनाव में पाला विधानसभा से जीतते आये है। इस क्षेत्र में वोट करने वाली पीढियां बदल गई लेकिन उनके विधायक नहीं बदले। के एम मणि इस क्षेत्र के 52 सालों से विधायक है।

के एम मणि के बारे में कहा जाता है वे जमीनी राजनीति करते है और 84 साल की उम्र में भी वे अपने इलाके के ज्यादातर लोगों को उनके नाम से जानते है। हालांकि देश में बेहद कम नेता ही ऐसे हुए जिन्होंने जनता के दिलों में जगह बनाई है। एक अलग मिट्टी से बने मणि से अगर कोई मिलने आता है तो वे उसके घरवालों का हालचाल भी पूछते हैं। क्षेत्र के लोग जब भी उन्हें किसी कार्यक्रम में बुलाते है के एम मणि उनके लिए जरुर वक्त निकालते है।

 के एम मणि का इतना लंबा राजनीतिक करियर अच्छी किस्मत की वजह से नहीं बल्कि वे राजनीति के सारे पैंतरे भी जानते है। के एम मणि देश के उन नेताओं में से एक हैं जो लगातार चुनाव जीतते आये है और उनकी ये जीत किसी डर या अपराध की वजह से नहीं बल्कि राजनीति के साधारण नियमों का पालन करते हुए बनी है। मणि आज वहां काबिज हैं जहाँ आज तक कोई भारतीय नेता नहीं पहुंच पाया है।