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Live Update : ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने की अपील, लोग हफ्ते में एक दिन पेट्रोल-डीजल का इस्तेमाल करना छोड़ें

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30वें मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश की जनता को संबोधित किया. अपने 29वें ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वैज्ञानिक समुदाय की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा था कि 15 फ़रवरी, 2017 भारत के जीवन में बेहद गौरवपूर्ण दिवस के रूप में याद किया जाएगा.

आज के मन की बात कार्यक्रम की मुख्य बातें —
बांग्लादेश भारत का मित्र है.
गुुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर ने  बांग्लादेश का राष्ट्रगान लिखा.
हमें गर्व है कि रवीन्द्रनाथ टैगोर, उनकी यादें, हमारी एक साझी विरासत है. बांग्लादेश का राष्ट्रगान भी गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर की रचना है.

से प्रस्तुत है कार्यक्रम ‘मन की बात’।

पीएम मोदी ने कहा  कि अंग्रेस सुखदेव, राजगुरु और भगत सिंह से डरते थे.
1917 में भारत लौटने पर गांधी चंपारण गए थे. वहां से सत्याग्रह की प्रेरणा मिली.
यह चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी वर्ष है।भारत की आज़ादी के आंदोलन में, गांधी विचारशैली का प्रकट रूप पहली बार चंपारण में नज़र आया.
सार्वजनिक जीवन की शुरुआत कैसे की जा सकती है, ख़ुद कितना परिश्रम करना होता है यह हम गांधीजी से सीख सकते हैं.

सार्वजनिक जीवन की शुरुआत कैसे की जा सकती है, ख़ुद कितना परिश्रम करना होता है यह हम गांधीजी से सीख सकते हैं: PM

सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय के मूलमंत्र को लेकर देश के लिए  कुछ कर  गुजरने का प्रयास ही आजादी के लिए मर मिटने वाले महापुरुषों के सपने को साकार करेगा.
सवा-सौ करोड़ देशवासियों की ये बदलाव की चाह, बदलाव का प्रयास ही है जो न्यू इंडिया की मज़बूत नींव डालेगा.
मन की बात में बोले पीएम- देश के नौजवान जब भी पंजाब जाएं तो शहीदों की समाधी पर जरूर जाएं.
न्यू इंडिया कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं, यह सवा सौ करोड़ लोगों का सपना है.
सभी देशवासी अगर संकल्प करें और मिलकर कदम उठाते चलें, तो न्यू इंडिया का सपना हमारे सामने सच हो सकता है.
हर नागरिक अपने नागरिक धर्म और कर्तव्य का पालन करे, यही अपने आप में न्यू इंडिया की एक अच्छी शुरुआत बन सकता है.
छोटी-छोटी चीजों के जरिए लोग न्यू इंडिया का सपना पूरा होते हुए देख पाएंगे-
मैं आपको निमंत्रण देता हूं कि स्वराज से सुराज की इस यात्रा में हम सभी जीवन को अनुशासित कर, संकल्पबद्ध करके जुड़े.
मन की बात में बोले पीएम- देश वासियों में एक नई उमंग है.
पिछले कुछ महीनों में बहुत बड़ी मात्रा में लोग डिजिटल पेमेंट डिजिधन आंदोलन में शरीक़ हुए.
पीएम मोदी ने पूछा, कालाधन के खिलाफ लड़ाई आगे बढ़ाने के लिए देशवासी एक वर्ष में 2500 करोड़ डिजिल लेन-देन करने का संकल्प कर सकते हैं क्या?
इससे आप देश की सेवा करते हुए कालाधन, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ाई के एक वीर सैनिक बन सकते हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने की अपील, लोग हफ्ते में एक दिन पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल करना छोड़ें.
न्यू इंडिया ट्रैफिक नियमों का पालन करें, एक दिन पेट्रोल डीजल का प्रयोग न करने का संकल्प करें.
मन की बात में बोले पीएम- ट्रैफिक नियमों का पालन जरूर करें
14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती है और उनकी जन्म-जयंती पर डिजि-मेला का समापन होने वाला है.
मेरे प्यारे देशवासियो, जब भी मन की बात के लिये लोगों से सुझाव माँगता हूँ मैंने देखा है कि स्वच्छता के विषय में हर बार आग्रह रहता ही है.
मैं चाहता हूं, देशवासियों के मन में गंदगी के प्रति गुस्सा हो, जब गुस्सा होगा तब हम गंदगी के खिलाफ़ कदम उठाएंगे.
मैं यही तो चाहता हूँ,सवा-सौ करोड़ देशवासियों के मन में गन्दगी के प्रति गुस्सा पैदा हो.
एक बार गुस्सा पैदा होगा, नाराज़गी पैदा होगी, उसके प्रति रोष पैदा होगा, हम ही गन्दगी के खिलाफ़ कुछ-न-कुछ करने लग जाएँगे.
ढेड़ करोड़ लोगों ने भीम एप डाउनलोड किया, 70,000 लोगों ने व्यापारियों वाला पुरस्कार प्राप्त किया.
पीएम मोदी ने लोगों से अपील की कि खाने की बरबादी न करें. उन्होंने कहा कि लोगों ने इस संबंध में अपनी चिंता से उन्हें अवगत कराया है.
पीएम ने कहा कि लोग खाना बरबाद न करें, थाली में जूठन न छोड़ें. पीएम ने कहा कि मैं इस विषय पर ज़्यादा आग्रह नहीं कर रहा हूँ, लेकिन मैं चाहूँगा कि ये जागरूकता बढ़नी चाहिए. हम उतना ही लें, जितना खाना है. उन्होंने कहा कि हम प्लेट में उतना ही खाना लें जितना खा सकें, खाना बरबादद ना करें.
7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस है, वर्ल्ड हेल्थ डे पर  इस बार संयुक्त राष्ट्र ने विश्व स्वास्थ्यदिवस पर डिप्रेशन विषय पर फोकस किया है.
मैं देशवासियों से कहना चाहूँगा कि डिप्रेशन ऐसा नहीं है कि उससे मुक्ति नहीं मिल सकती है.
ऐसा नहीं है कि डिप्रेशन से मुक्ति नहीं मिल सकती, एक मनोवैज्ञानिक माहौल पैदा करना होता है जिससे इसकी शुरुआत होती है. पीएम मोदी ने कहा कि डिप्रेशन में सप्रेशन की जगह एक्र्सप्रेशन जरूरी है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सेवा-भाव से लोगों की मदद करिए, उनके सुख-दुःख को बांटिए, आप देखना, आपके भीतर का दर्द यूं ही मिटता चला जाएगा.
वैसे योग भी अपने मन को स्वस्थ रखने के लिये एक अच्छा मार्ग है. तनाव, दबाव से मुक्ति, प्रसन्न चित्त की ओर प्रयाण – योग बहुत मदद करता है.
दुनिया में 35 करोड़ लोग अवसाद के शिकार हैं, हमें इसको लेकर बात करनी चाहिए.
ऐसा नहीं है कि डिप्रेशन से मुक्ति नहीं मिल सकती, एक मनोवैज्ञानिक माहौल पैदा करना होता है जिससे इसकी शुरुआत होती है. 21 जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का तीसरा वर्ष होगा, आप अभी से तैयारी कीजिए और लाखों की तादाद में सामूहिक योग उत्सव मनाइए.
माताओं और बहनों से भी मैं ज़रूर आज एक बात करना चाहूँगा पिछले दिनों भारत सरकार ने एक बहुत बड़ा फ़ैसला किया है.
मेरे प्यारे देशवासियो, 5 अप्रैल को रामनवमी का पावन पर्व है, 9 अप्रैल को महावीर जयंती है, 14 अप्रैल को बाबा साहब अम्बेडकर की जन्म-जयंती है.