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KGMU प्रशासन नही बचा पायेगा किडनी कांड में लिप्त डॉक्टरों को,बाराबंकी में नामजद मुक़दमा दर्ज़

लखनऊ। बाराबंकी निवासी पृथ्वीराज  की  19 फरवरी 2015 को ट्रामा सेंटर में ऑपरेशन के दौरान गायब हुई दाहिनी किडनी में लिप्त KGMU के दो डॉक्टरों एवम बाराबंकी के एक अज्ञात डॉक्टर के विरुद्ध बाराबंकी में मुकदमा दर्ज हो चुका है।

KGMU के दोनो  डॉक्टरों डॉ. आनंद मिश्रा और डॉ. संदीप तिवारी के खिलाफ बाराबंकी नगर कोतवाली में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों डॉक्टरों पर 19 फरवरी 2015 को आंत के ऑपरेशन के दौरान रोगी की किडनी गायब करने के मामले में गंभीर आरोप है।पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण के आदेश पर दर्ज किए गए इन मुकदमें में बाराबंकी जिला अस्पताल का भी एक अज्ञात डॉक्टर शामिल है।

इन डॉक्टरों के खिलाफ कोठी थाना क्षेत्र के ग्राम पूरे भवानी मजरे कोठी निवासी पृथ्वीराज ने तहरीर दी थी। आरोप है कि KGMU में ऑपरेशन के बाद पृथ्वीराज की दाहिनी किडनी का पता नहीं चल रहा है। मुकदमे में तीनों डॉक्टरों पर किडनी निकालकर बेच लेने का आरोप है।

KGMU के पास नहीं है किडनी चोरी का हिसाब, यह कहकर बच नही सकता KGMU प्रशासन

ज्ञात हो कि बाराबंकी निवासी पृथ्वीराज  का ऑपरेशन KGMU के जूनियर डॉक्टरों ने किया था,ऑपरेशन के पहले दोनों किडनी होने के प्रमाण KGMU के ही थे तो ऑपरेशन के बाद एक किडनी कम होने की जिम्मेदारी भी KGMU की ही बनती है। अब मेडिकल रिकॉर्ड की छानबीन में किडनी का कोई ब्योरा दर्ज नहीं मिल रहा, ओटी नोटस में भी डैमेज आंत की रिपेयरिंग का ही जिक्र है। ऐसे में मरीज में दायीं किडनी के गायब होने का सस्पेंस अभी तक  बना हुआ था। अब जांच में ही पता चलेगा कि KGMU प्रशासन अपने डॉक्टरों को बचाने की नाकाम कोशिश क्यो कर रहा था।

इस मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने पीजीआई के डॉक्टरोंको प्रकरण की जांच सौंपी है। पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने बताया कि तीनों डॉक्टरों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। यदि यह मामला सत्य आया जाता है तो यह निश्चित हो जाएगा कि KGMU में यह गोरख धधा बहुत दिनों से चल रहा होगा।