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INDvsNZ: नेपियर वनडे में हार के बाद विलियमसन ने किया आगे की रणनीति का खुलासा

न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने भारत के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में आठ विकेट से हार के बाद आगे के मैचों के लिए टीम की रणनीति का खुलासा किया है. विलियमसन ने कहा कि इस हार को लेकर टीम के लिए हड़बड़ी में कोई फैसला करने का समय नहीं है और उनकी टीम को सीरीज में वापसी करने के लिये कुछ मामूली सुधार की जरूरत है. न्यूजीलैंड की टीम 38 ओवर में 157 रन पर आउट हो गई थी और भारत ने 34.5 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया था.

इस मैच से पहले माना जा रहा था कि टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में वह कड़ी टक्कर नहीं मिली जो कि उसे अब न्यूजीलैंड की टीम दे सकती है. इसके अलावा रिकॉ्र्ड भी न्यूजीलैंड की तरफदारी करते दिखाई दे रहे थे. इसके अलावा पिछले कुछ समय से न्यूजीलैंड टीम का वनडे रिकॉर्ड भी बहुत बढ़िया रहा था. ऐसे में अपने ही घर में शेर मानी जा रही न्यूजीलैंड की टीम के सामने टीम इंडिया के लिए यह दौरा मुश्किल ही माना जा रहा था.

केवल कुछ चीजों में करना है सुधार
विलियमसन ने कहा, ‘‘यह हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था और मुझे लगता है कि हमें छोटी छोटी चीजों पर गौर करने की जरूरत है. हमारे प्रदर्शन पर हड़बड़ी में कोई फैसला करने की जरूरत नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह कुछ क्षेत्रों की पहचान करके उनमें बेहतर प्रदर्शन करना है और जब हम सभी विभागों में अच्छा खेल दिखाते हैं तो फिर किसी भी टीम को हरा सकते हैं लेकिन हमारा सामना भारत जैसी मजबूत टीम से हो रहा है.’’

यह कमजोरी उभर कर आई नेपियर में
विलियमसन ने कहा कि भारतीय गेंदबाजों विशेषकर स्पिनरों ने न्यूजीलैंड की बल्लेबाजों की कमजोरी सामने ला दी. उन्होंने कहा, ‘‘पिच खराब नहीं थी लेकिन हमने जैसी उम्मीद की थी उससे भिन्न थी. हमें इस पिच पर अधिक चतुराई से बल्लेबाजी करने की जरूरत थी. कुछ विभागों में उन्होंने हमारी कमजोरी सामने ला दी. उन्होंने इस विकेट पर जिस लेंथ से गेंदबाजी की वह बेजोड़ थी. उन्होंने हमारे लिये रन बनाना मुश्किल कर दिया था. इसलिए काफी कुछ सीख मिली.’’

मैच के फौरन बाद यह कहा विलियमसन
मैच के बाद विलियमसन ने कहा, “सतह परंपरागत नहीं थी जैसा कि हम सोच रहे थे. भारत ने बढ़िया गेंदबाजी की, खासकर उनके स्लो बॉलर्स की लेंथ काफी अच्छी रही.  जहां 250 रन बनने थे वहां 150 के आसपास रन मिलना किसी भी तरह मददगार नहीं होता है. मुझे लगता है कि हम पिच के मुताबिक खुद को ढाल नहीं सके. मुझे नहीं लगता कि मैच प्रैक्टिस का अभाव हमें महंगा पड़ा. उनकी पूरी बॉलिंग यूनिट ने अच्छा योगदान दिया और उन्हें उसका श्रेय मिलना चाहिए. हमने भी गेंद से बढ़िाय किया, अच्छा इरादा जताया और हमें उम्मीद करेंगे की आगे भी ऐसा करेंगे.