चेन्नै। जयललिता के बाद एआईएडीएमके पर काबिज होने की कोशश कर रहे शशिकला कैंप को चुनाव आयोग से तगड़ा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने बुधवार को तमिलनाडु में सत्ताधारी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के चुनाव चिह्न (दो पत्ती) को ही जब्त कर लिया है। चुनाव आयोग का कहना है कि दोनों गुटों में से कोई भी इस चुनाव चिह्न का इस्तेमाल नहीं करेगा।
इस मामले में सत्ताधारी गुट की अगुवाई महासचिव वीके शशिकला कर रही हैं, जबकि दूसरे गुट का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम कर रहे हैं। इस मसले पर पन्नीरसेल्वम धड़े के पंड्याराजन का कहना है कि उन्हें फिलहाल उसकी जानकारी नहीं है। चुनाव आयोग ने कहा है कि दोनों गुटों को अलग-अलग चुनाव चिह्न भी दिए जा सकते हैं।
निर्वाचन आयोग के पास तीन विकल्प थे। आयोग या तो शशिकला गुट को या पन्नीरसेल्वम गुट को चिह्न आवंटित कर देता या चिन्ह को फ्रीज कर देता। चुनाव आयोग ने अंतिम विकल्प पर ही फैसला सुनाया। तमिलनाडु की आरके नगर विधानसभा सीट पर 12 अप्रैल को विधानसभा उपचुनाव होना है। ऐसे में चिह्न के आवंटन का मामला महत्वपूर्ण था।
इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता प्रतिनिधि चुनी गई थीं। उनके निधन के कारण यहां उप चुनाव हो रहा है। एआईएडीएमके उप महासचिव टीटीवी दिनकरन सत्ताधारी दल से आरके नगर सीट से चुनाव लड़ेंगे। पन्नीरसेल्वम गुट ने ई. मधुसूदन को मैदान में उतारा है।