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गुजरात: वडोदरा में धार्मिक झंडा लगाने को लेकर दो गुटों में विवाद, इलाके में तनाव

गुजरात के वडोदरा में धार्मिक झंडा लगाने को लेकर विवाद इतना बढ़ा की दो गुटों के बीच शुरू हुई बहस पत्थरबाजी तक पहुंच गई। मामला वडोदरा के सावली का है, जहां दो गुट आपस में अपने अपने झंडे को एक खंभे पर लगाने के लिए आपस में भिड़ गए। कुछ ही समय में दोनों गुटों के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि उपद्रवियों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के दौरान घटना स्थल के आस पास की दुकानों और गाड़ियों में भी तोड़फोड़ कर दी।

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पहुंची और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अबतक कुल 36 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। पुलिस का कहना है कि इलाके में शांति भंग करने की अनुमति किसी को नहीं है। उपद्रवियों द्वारा मचाए उत्पात और हिंसा के इस कृत्य को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

झंडा लगाने को लेकर हुआ विवाद
वडोदरा में सावली थाने के पुलिस अधिकारी के मुताबिक पत्थरबाजी की घटना धामीजी के डेरा इलाके में हुई। यहां दो गुट बिजली के खंभे पर अपने धार्मिक झंडे लगाने के लिए आपस में भिड़ गए। दोनों गुटों ने एक दूसरे के झंडे लगाए जाने का जमकर विरोध किया जिसके बाद मामला बढ़ गया और ये हिंसा में तब्दील हो गया। हालांकि पुलिस ने बताया कि इस हिंसा में कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ है।

पुलिस अधिकारी ए आर महिदा ने मीडिया को बताया कि दोनों समुदायों ने एक दूसरे पर पथवार किया। इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। मगर उपद्रव करने वालों ने एक वाहन और दुकान को नुकसान पहुंचाया है।

घटना के बाद पुलिस ने भी तेजी दिखाते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। बता दें कि दोनों ही गुटों ने एक दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने अब तक कुल 43 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मामले में अब तक 36 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। हिंसा के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है। स्थानीय प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए सुरक्षा व्यवस्था में इजाफा किया है। सुरक्षा के लिहाज से इलाके में पुलिस बल भारी संख्या में तैनात है, ताकि आने वाले समय में ऐसी अप्रिय घटना को होने से रोका जा सके।

त्योहारों को देखते हुए किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी पुलिस की नजर है। अधिकारियों ने पुलिसकर्मियों को संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना देने के आदेश दिए है। इस आदेश के बाद पुलिस असामाजिक तत्वों की तरफ अधिक चौकसी बनाते हुए नजर रख रही है।