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बागी विधायकों को मानने के सीएम की पत्नी मैदान में संभाला मोर्चा

महाराष्ट्र में शह और मात का सियासी खेल जारी है। शिवसेना के राजनीतिक इतिहास की सबसे बड़ी लड़ाई में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पार्टी को बचाने की कवायद में जुटे हुए हैं। इसी बीच उद्धव ठाकरे को उनकी पत्नी रश्मी ठाकरे का साथ मिला है। उन्होंने बागी विधायकों को मानने के लिए मोर्चा संभाला है। आपको बता दें कि रश्मि ठाकरे बागी विधायकों की पत्नी से संपर्क साध रही हैं और उनके अपने पतियों को मनाने के लिए कह रही हैं। ताकि उन्हें वापस से उद्धव ठाकरे कैंप में लाया जा सकें।

दरअसल, बागी विधायक एकनाश शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में मौजूद हैं और वहां से महाराष्ट्र की सियासी लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे में शिवसेना का कहना है कि मुंबई लौटने के बाद बागी विधायक शिंदे कैंप को छोड़कर वापस से पार्टी के साथ आ जाएंगे। लेकिन बागी विधायक गुवाहाटी से मुंबई कब आएंगे, इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है।

क्या MVA से बाहर निकलेगी शिवसेना ?

महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल शिवसेना क्या इससे बाहर निकलेगी ? ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि एकनाथ शिंदे ने बयान जारी करते हुए कहा कि उनका मकसद पार्टी को महाविकास अघाड़ी गठबंधन के चंगुल से बाहर निकालना है और वो इसीलिए संघर्ष कर रहे हैं। आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे चाहते हैं कि शिवसेना का गठबंधन भाजपा के साथ हों लेकिन उनकी इस चाहत के चक्कर में महाराष्ट्र सरकार अस्थिर होने की कगार पर है। पार्टी और सरकार को बचाने के लिए उद्धव ठाकरे लगातार बैठकें कर रहे हैं।

शिंदे कैंप के खिलाफ प्रदर्शन

एकनाथ शिंदे और शिवसेना के बागी विधायकों के खिलाफ शिवसैनिकों ने बाइक रैली निकाली। ऐसे में एकनाथ शिंदे के दफ्तर के बाहर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक का आज छठवां दिन है। ऐसे में एक-दूसरे पर लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।

शिवसेना सांसद और नेता संजय राउत ने बागी विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि आप लोग शिवसेना छोड़कर गए हैं तो आप अपने बाप के नाम पर पार्टी बनाओ बालासाहेब के नाम पर पार्टी क्यों बनाते हो। आपके बाप तो दिल्ली, नागपुर में हैं, हमारे बाप सिर्फ एक हैं बालासाहेब ठाकरे… वे 10 बार अपने बाप को बदल रहे हैं। कभी सूरत जाते हैं, कभी गुवाहाटी। अगर आप लोगों के पास पर्याप्त संख्या है तो मुंबई क्यों नहीं आते हो…

SC का दरवाजा खटखटाएंगे बागी विधायक

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एकनाथ शिंदे का कहना है कि डिप्टी स्पीकर को बागी विधायकों को नोटिस का जवाब देने के लिए कम से कम 7 दिन का समय देना चाहिए था लेकिन डिप्टी स्पीकर ने महज दो दिनों का समय दिया। ऐसे में हम सही समय आने पर जवाब देंगे। इसी बीच जानकारी मिल रही है कि बागी विधायक डिप्टी स्पीकर के फैसले पर कानूनी राय लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। ऐसे में महाराष्ट्र में सियासी लड़ाई सुप्रीम कोर्ट की चौखट पर आने वाली है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एकनाथ शिंदे रेडिसन ब्लू होटल में बागी विधायकों के साथ एक अहम बैठक करने वाले हैं। जिनमें आगे की रणनीति पर विस्तृत चर्चा होगी।