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BIG BREAKING- नीतीश के मंत्री लगाते हैं अपने ‘सरकारी बंगले’ की बोली, लाखों में मिलता है ‘एक दिन का किराया, ऐसे होती है पक्की डील

पटना। एक निजी न्यूज चैनल की एक खास पड़ताल में पता चला है कि बिहार सरकार के माननीय मंत्री अपने सरकारी आवास का व्यवसायिक इस्तेमाल करते हैं. ये मंत्री सारी सुख सुविधाएं लेने के बाद भी किराये पर देते हैं और उसके बदले लेते हैं एक दिन में लाखों रुपये का किराया. लेकिन न्यूज चैनल ने जब इन मंत्रियों से इस मसले पर पूछा तो उन्होंने इस बात से इनकार किया.

अपने सरकारी आवास को ये मंत्री बैंड-बाजा-बारात के लिए ठेके पर दे कर करके लाखों कमा रहे हैं. लग्न के सीजन में बकायदा मंत्री जी के बंगलों की बोली लगती है जिसे पूरा कर ठेकेदार इसे एक सीजन के लिये लेता है. मोटी रकम चुकाने के बाद उसे मंत्रीजी ने अपने बंगले का बड़ा हिस्सा सौंप देते हैं.

लग्न के इस सीजन में बिहार सरकार के कई माननीय मंत्रियों और विधायकों के यहां बैंड-बाजा-बारात का दरबार स्थायी रुप से सजा है. बस आपकी जेब जरा भारी होनी चाहिए. न्यूज चैनल की टीम ऐसे मंत्रियों के आवास पर ग्राहक बनकर पहुंची तो सारी सच्चाई सामने आयी.

किराये पर बंगला देने वालो में बिहार के कला संस्कृति मंत्री शिवचंद्र राम सबसे आगे हैं. मंत्री जी का बंगला लेने का प्रोसेस काफी लंबा है. उनके आवास पर मौजूद सुरक्षा गार्ड ही सबसे पहले ठेकेदारों का नंबर मुहैया कराता है फिर उससे मिलाने की व्यवस्था सुरक्षा गार्ड ही करते है. मंत्री जी के इस आवास का दो एसी कमरा भी किराये पर दिया जाता है और बदले में ली जाती है मोटी रकम.

उनके सरकारी आवास के बड़े हिस्से में टेंट लगा है. इसका एक दिन के लिए सिर्फ जमीन का किराया दो से ढाई लाख रुपये है जबकि अन्य खर्च अलग से. टेंट लगा कर बैठे ठेकेदार ने कैमरे पर बताया कि पूरी कमाई का बड़ा हिस्सा मंत्री जी को जाता है .

सत्ताधारी पार्टी जदयू के विधायक नरेन्द्र सिंह उर्फ बोगो सिंह के आवास पर भी कुछ ऐसे ही हालात देखने को मिले और वहां भी ठेकेदार हमसे लग्न वाली बुकिंग के लिये मोलभाव करता दिखा. बिहार सरकार के माननीय मंत्रियों ने सरकारी सुख सुविधा लेने के बाद भी बंगलों को किराये पर दे कर इसे कमाई का एक जरिया बना रखा है.

मंत्री जी की सफाई

आवास का दुरुपयोग कर पैसे कमाने के मामले में कला संस्कृति मंत्री शिवचंद्र राम ने सफाई दी है. मंत्री ने कहा कि अधिकारी, नेता और समर्थक अपनी जरुरतों के हिसाब से हमारे आवास का शादी-ब्याह के लिये उपयोग करते हैं.

उन्होंने पैसे लेने की बातों का खंडन करते हुए कहा कि मैं इसके लिये कोई पैसा नहीं लेता .जेडीयू विधायक बोगो सिंह ने अपने सरकारी आवास का व्यवसायिक उपयोग करने के आरोपों को नकारा है. बोगो सिंह ने कहा कि जनवरी के बाद से किसी भी आयोजन के लिए मैंने अपना सरकारी आवास नहीं दिया है.

दूसरी ओर इसी मामले को नीतीश के ही एक अन्य मंत्री जय कुमार सिंह ने अनैतिक बताया. उन्होंने कहा कि आवास के अलॉटमेन्ट के वक्त ही सीएम नीतीश कुमार ने बताया था कि इसका व्यवसायिक उपयोग न हो. जो भी जन प्रतिनिधि इसका इस्तेमाल पैसे कमाने के लिए करते है वो गलत है.