पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इमामों के साथ बैठक में कहा कि मुर्शिदाबाद जिले के कुछ इलाकों में वक्फ अधिनियम को लेकर कुछ अशांति हुई। उन्होंने कहा कि विपक्ष दावा कर रहा है कि तृणमूल कांग्रेस वक्फ हिंसा में शामिल है, अगर ऐसा होता तो उसके नेताओं के घरों पर हमले नहीं होते। ममता ने दावा किया कि संसद में वक्फ कानून के खिलाफ लड़ाई में तृणमूल कांग्रेस सबसे आगे थी। उन्होंने कहा कि भारत की प्रगति में सभी धर्मों के लोगों ने भूमिका निभाई है, लेकिन संविधान को कमजोर करने के प्रयास जारी हैं।
ममता बनर्जी ने कहा मुर्शिदाबाद में हुए सांप्रदायिक दंगे पूर्व नियोजित थे। वक्फ (संशोधन) अधिनियम देश के संघीय ढांचे के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने रामनवमी के दौरान दंगे कराने की योजना बनाई, लेकिन विफल रही; मैं लोगों को विभाजित नहीं होने दूंगी, मैं एकता चाहती हूं। उन्होंने कहा कि हम केंद्र की सत्ता से भाजपा को हटाने के बाद उसके द्वारा पारित सभी जनविरोधी विधेयकों को वापस लेंगे। केंद्र पर वार करते हुए ममता ने कहा कि उन्हें जवाब देना चाहिए कि कितने युवाओं को नौकरी मिली है? दवाइयों, पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा दिए गए हैं, लेकिन कुछ ‘गोदी मीडिया’ सिर्फ़ बंगाल के खिलाफ़ बोलते हैं।
उन्होंने कहा कि अगर आपको कुछ कहना है, तो मेरे सामने आकर बोलें, मेरे पीछे नहीं। बीजेपी द्वारा पोषित कुछ मीडिया चैनल बंगाल के फ़र्जी वीडियो दिखाते हैं। हमने उन्हें पकड़ा। उन्होंने कर्नाटक, यूपी, बिहार और राजस्थान के 8 वीडियो दिखाए और बंगाल को बदनाम करने की कोशिश की। उन्हें शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सर्व धर्म समभाव में विश्वास करते हैं। मैं रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद में विश्वास करता हूं… मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि अगर कोई भाजपा के बयान से उत्तेजित होकर बंगाल में अशांति पैदा करना चाहता है तो उस पर नियंत्रण रखें।
ममता बनर्जी ने कहा कि मैं सभी धर्मों की बात करती हूं। जब हम काली मंदिर का जीर्णोद्धार करते हैं तो भाजपा कहां चली जाती है? जब हम दुर्गा पूजा मनाते हैं तो वे कहते हैं कि हम लोगों को यहां जश्न नहीं मनाने देते। सरस्वती पूजा हर घर में मनाई जाती है और वे कहते हैं कि हम ऐसा नहीं होने देते। सभी को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए, यह हमारी परंपरा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हम जब तक रहेंगे हिंदू-मुसलमान नहीं होने देंगे।