प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता के लिए सोमवार को फ्रांस के लिए रवाना हुए। फ्रांस से वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर संयुक्त राज्य अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति मैक्रॉन के निमंत्रण पर, मैं 10 से 12 फरवरी तक फ्रांस का दौरा करूंगा। पेरिस में, मैं एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करने के लिए उत्सुक हूं, जो विश्व नेताओं और वैश्विक तकनीकी सीईओ की एक सभा है, जहां हम समावेशी, सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से नवाचार और व्यापक जनता की भलाई के लिए एआई प्रौद्योगिकी के सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
पीएम मोदी 10 फरवरी को पेरिस पहुंचेंगे और शाम को, सरकार और राज्य के प्रमुखों के सम्मान में एलीसी पैलेस में राष्ट्रपति मैक्रोन द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भाग लेंगे। रात्रिभोज में तकनीकी क्षेत्र से बड़ी संख्या में सीईओ और शिखर सम्मेलन में कई अन्य प्रतिष्ठित आमंत्रित लोगों के शामिल होने की संभावना है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पिछले सप्ताह कहा था कि 11 फरवरी को, प्रधान मंत्री मोदी राष्ट्रपति मैक्रोन के साथ एआई एक्शन शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे।
पीएम मोदी ने अपने प्रस्थान वक्तव्य में कहा कि उनकी यात्रा का द्विपक्षीय खंड मेरे मित्र राष्ट्रपति मैक्रोन के साथ भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के लिए 2047 क्षितिज रोडमैप पर प्रगति की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि हम फ्रांस में पहले भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करने के लिए ऐतिहासिक फ्रांसीसी शहर मार्सिले की भी यात्रा करेंगे और वैश्विक भलाई के लिए ऊर्जा का उपयोग करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर परियोजना का भी दौरा करेंगे, जिसमें भारत फ्रांस सहित भागीदार देशों के संघ का सदस्य है। मैं मजारगुएस युद्ध कब्रिस्तान में उन भारतीय सैनिकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करूंगा जिन्होंने प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी।
मोदी 10 फरवरी से 12 फरवरी तक फ्रांस का दौरा करेंगे और फिर वहां से दो दिवसीय यात्रा पर अमेरिका जाएंगे नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अपने मित्र राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात को लेकर उत्साहित हूं, उनके पहले कार्यकाल में साथ काम करने की मधुर यादें हैं। ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी पहली मुलाकात होगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम दोनों देशों के लोगों के आपसी लाभ के लिए मिलकर काम करेंगे और दुनिया के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने मित्र राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए उत्सुक हूं। मुझे याद है कि उनके पहले कार्यकाल में भारत और अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी बनाने में हमने साथ मिलकर काम किया।’’