चुनावी साल है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी बिहार का दौरा कर लौट गए हैं। आए तो राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से मिलने भी गए। लेकिन, इसके पहले वह तेजस्वी यादव के एक दावे की हवा निकालते गए हैं।
राहुल जिसे फर्जी बता गए, उसे राजद चुनावी एजेंडे में रख रहा था
महागठबंधन के सबसे मजबूत दल- राष्ट्रीय जनता दल ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठंधन के खिलाफ मोर्चा ले रखा था। लोकसभा चुनाव के दौरान तेजस्वी यादव बार-बार यह कह रहे थे कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गए तो बिहार में जातीय जनगणना हो सकी। वह बिहार के जातीय जनगणना को लगातार अपने एजेंडे में रख रहे हैं। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बनी हर कार्य-योजना में इसे जगह देने का मन बनाया।
महागठबंधन के सबसे मजबूत दल- राष्ट्रीय जनता दल ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठंधन के खिलाफ मोर्चा ले रखा था। लोकसभा चुनाव के दौरान तेजस्वी यादव बार-बार यह कह रहे थे कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गए तो बिहार में जातीय जनगणना हो सकी। वह बिहार के जातीय जनगणना को लगातार अपने एजेंडे में रख रहे हैं। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बनी हर कार्य-योजना में इसे जगह देने का मन बनाया।
“विकास का कार्य हम लोगों ने किया है। जातीय आधारित गणना कराया है। आरक्षण की सीमा हम लोगों ने बढ़ाई है। हम लोगों ने जो कहा, वह किया।” लेकिन, यह क्या! राहुल गांधी ने तो पटना में आकर ही कह दिया कि बिहार में फर्जी जातिगत जनगणना हुई थी।