लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवार से मुलाकात की, जिनकी इस महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र के परभणी शहर में हिंसा के बाद न्यायिक हिरासत में मौत हो गई थी। राहुल ने कहा कि मैं उनके परिवार और उन लोगों से मिला हूं जो मारे गए और पीटे गए। उन्होंने मुझे पोस्टमार्टम रिपोर्ट, वीडियो, तस्वीरें दिखाईं। उन्होंने दावा किया कि यह 100 फीसदी हिरासत में मौत है। उनकी हत्या हुई है और मुख्यमंत्री ने पुलिस को संदेश देने के लिए विधानसभा में झूठ बोला।
राहुल ने आगे कहा कि उनके जवान को इसलिए मार दिया गया क्योंकि वह दलित था और संविधान की रक्षा कर रहा था। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आरएसएस की विचारधारा संविधान को नष्ट करने की है। हम चाहते हैं कि यह मामला तुरंत सुलझे और जिन लोगों ने ऐसा किया है उन्हें सजा मिले। कोई राजनीति नहीं की जा रही है। राहुल ने आरोप लगाया कि विचारधारा जिम्मेदार है, क्योंकि मुख्यमंत्री ने यह बयान दिया है इसलिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं, जिन्होंने उन्हें मारा है वे जिम्मेदार हैं और जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।’
परभणी में 10 दिसंबर की शाम को मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थित शहर के रेलवे स्टेशन के बाहर डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा के पास संविधान की कांच से बंद प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद हिंसा देखी गई। परभणी के शंकर नगर निवासी सूर्यवंशी हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए 50 से अधिक लोगों में शामिल थे। पुलिस के अनुसार, 15 दिसंबर को एक सरकारी अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई, जहां उन्हें सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत के बाद ले जाया गया था, जब वह न्यायिक हिरासत में थे और परभणी जिला केंद्रीय जेल में बंद थे। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने परभणी हिंसा की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।