महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हार के बाद कुछ विपक्षी दलों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता को लेकर फिर से शुरू की गई बहस के बीच मानवाधिकार कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने शनिवार को कहा कि कई देशों ने इसका इस्तेमाल बंद कर दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हाल ही में सुझाव दिया था कि चुनाव प्रणाली में मतपत्र का इस्तेमाल फिर से शुरू किया जाना चाहिए। पाटकर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं ईवीएम की विशेषज्ञ नहीं हूं, लेकिन यह सच है कि कई देशों ने इनका इस्तेमाल बंद कर दिया है। प्रयोगों से पता चला है कि कुछ प्रणालियों को महज बिजली कनेक्शन से बदला जा सकता है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि यदि निर्वाचन आयोग का किसी राजनीतिक दल से जुड़ाव है तो चुनाव आचार संहिता निष्पक्ष रूप से लागू नहीं हो सकती।