घटना के बाद बदायूं की डीएम निधि श्रीवास्तव ने इस मामले में जांच कराके अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी। इससे पहले घटना वाले दिन एसडीएम दातागंज ने डीएम को रिपोर्ट भेजकर पुल पर बरती गई लापरवाही के बारे में बताया था। शासन को भेजी गई रिपोर्ट में बताया कि पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे। छोटी सी एक दीवार बनाई गई थी वह भी टूटी पड़ी थी। इसके अलावा कोई संकेतक नहीं था।
पांच अभियंताओं पर होगी कार्रवाई
अधूरे पुल से कार समेत गिरकर तीन युवकों की मौत के मामले में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) बदायूं के पांच अभियंताओं को जिम्मेदार माना गया है। संपर्क मार्ग के बह जाने के बाद अधूरे पड़े पुल पर इन्होंने आवागमन रोकने के उचित प्रबंध नहीं किए थे। मुख्य अभियंता अजय कुमार ने अधिशासी अभियंता नरेश कुमार, सहायक अभियंता मोहम्मद आरिफ, अभिषेक कुमार, अवर अभियंता अजय गंगवार और महाराज सिंह के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा है। इनका निलंबन तय माना जा रहा है।
रामगंगा नदी पर बने पुल का संपर्क मार्ग 12 सितंबर 2023 को बह गया था। तब से पुल हवा में लटका है। अवागमन रोकने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड की थी। पुल के दोनों ओर अवरोधक लगवाए जाने थे, लेकिन अभियंताओं ने ऐसा कुछ नहीं किया। पहले बनी दीवार टूट चुकी थी। इसके बाद संकेतक भी नहीं लगवाए गए थे। दातागंज के नायब तहसीलदार छविराम ने सहायक अभियंता मोहम्मद आरिफ व अभिषेक कुमार, अवर अभियंता अजय गंगवार और महाराज सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।