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सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद अचानक भारत पहुंचे

सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद भारत की धरती पर उतर चुके हैं। उनका प्लेन जैसे ही भारत की धरती पर लैंड हुआ वैसे ही ये खबर तेजी से फैल गई कि सऊदी अरब के विदेश मंत्री का आना भारत के लिए नई उम्मीदों से भरा होगा। बता दें कि भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर इस समय काफी व्यस्त चल रहे हैं। एक के बाद एक हो रही बैठकों का इशारा साफ है कि भारत अब बड़ी रणनीति के तहत ग्लोबल ऑर्डर में आगे बढ़ रहा है। भारत सऊदी अरब के बीच गहरे होते कूटनीतिक, सांस्कृतिक, सुरक्षा संबंधों को बढ़ते हुए देखा जा रहा है। ये किसी से छिपा नहीं है कि भारत हर स्तर पर जाकर किस तरह से मिडिल ईस्ट देशों में संपर्कों को बढ़ा रहा है। पिछले कुछ सालों में भारत सऊदी, यूएई के काफी करीब भी आया। यूएई के नेता अक्सर भारत आते हैं। सऊदी के साथ भी भारत का संपर्क निरंतर चल रहा है। इन सब के बीच जब इस्लामिक देशों की बहुत बड़ी बैठक हो रही है। ऐसे समय पर सऊदी के विदेश मंत्री भारत के विदेश मंत्री के साथ एक बड़ी बैठक करने के लिए हिंदुस्तान की जमीन पर उतर चुके हैं।

अपने इस दौरान के दौरान प्रिंस फैजल भारत सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की राजनीतिक सुरक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक समिति की बैठक की सहअध्यक्षता करते नजर आए। साथ ही भारत के विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर से मुलाकात की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आधिकारिक यात्रा पर भारत आने पर सऊदी अरब के विदेश मंत्री एचएच प्रिस फैसल बिन फरहान अल सऊद का हार्दिक स्वागत है। उनकी ये यात्रा बहुमुखी भारत सऊदी अरब द्विपक्षीय संबंधो को और गति प्रदान करेगी। जैसे ही प्रिंस फैजल भारत में उतरे वैसे ही कयास लगाए जाने कि अब दोनों देशों के बीच क्या कोई बड़ी डील होने वाली है। अगर आपसी स्तर पर दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करने का इशारा है तो ये किस स्तर पर होगा? ये सवाल इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि मीडिल ईस्ट में तनाव बढ़ रहा है। अमेरिका में ट्रंप सत्ता में लौट आए हैं। ग्लोबल ऑर्डर में बड़े फेरबदल का दौर चल रहा है।

सऊदी अरब में रह रहे भारतीय प्रवासी वहां के समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देते हैं। इस यात्रा से प्रवासी भारतीयों के लिए और बेहतर सुविधाएं तथा सहयोग के अवसर खुल सकते हैं। इसके अलावा, सऊदी अरब में काम करने वाले भारतीयों के लिए रोजगार और जीवनशैली से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की जा सकती है, जिससे दोनों देशों के बीच संबंध और भी गहरे हो सकें। प्रिंस फैसल बिन फरहान अल-सऊद की यह भारत यात्रा न केवल द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करेगी बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत-सऊदी सहयोग को मजबूती प्रदान करेगी। इस यात्रा के बाद दोनों देशों के बीच रक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और गति मिलने की उम्मीद है, जिससे द्विपक्षीय संबंध नए आयामों को प्राप्त करेंगे।