उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र से मैंने जब भी कुछ मांगा है, महाराष्ट्र के लोगों ने दिल खोलकर मुझे अपना आशीर्वाद दिया है। 2014 के विधानसभा चुनाव में मैं आपके बीच यहां धुले आया था। मैंने आपसे महाराष्ट्र में भाजपा सरकार के लिए आग्रह किया था। आपने महाराष्ट्र में 15 साल के सियासी कुचक्र को तोड़कर भाजपा को अभूतपूर्व जीत दिलाई थी। आज मैं एक बार फिर यहां धुले की धरती पर आया हूं। धुले से ही मैं महाराष्ट्र में चुनाव अभियान की शुरुआत कर रहा हूं।’
‘महिलाओं को सशक्त बनाना जरूरी’
पीएम मोदी ने कहा, ‘महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन ने विधानसभा चुनाव में भाजपा नित एनडीए की विजय का शंखनाद कर दिया है। विकसित महाराष्ट्र-विकसित भारत के लिए हमारी बहनों-बेटियों का जीवन आसान बनाना, उन्हें सशक्त करना बहुत जरूरी है। जब महिलाएं आगे बढ़ती हैं, तो पूरा समाज तेजी से प्रगति करता है। इसलिए, पिछले 10 वर्षों में केंद्र सरकार ने महिलाओं को केंद्र में रखकर बड़े फैसले लिए हैं।’
उन्होंने कहा, ‘भाजपा ने हमेशा ‘सबका साथ-सबका विकास’ की नीयत से काम किया है। इस संकल्प का प्रमुख हिस्सा हमारा आदिवासी समाज भी है। ये वो समाज है, जिनका देश की आजादी में, देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। लेकिन कांग्रेस और उसके साथियों ने कभी आदिवासी गौरव, आदिवासी स्वाभिमान पर ध्यान नहीं दिया।’
कांग्रेस और अघाड़ी वाले लोग…
उन्होंने आगे कहा, ‘पूरा महाराष्ट्र देख रहा है कि कांग्रेस और अघाड़ी वाले लोग अब महिलाओं को किस तरह गाली देने पर उतर आए हैं। कैसी-कैसी अभद्र भाषा, कैसे-कैसे कमेंट, महिलाओं को नीचा दिखाने की कोशिश। महाराष्ट्र की कोई माता-बहन कभी भी अघाड़ी वालों के इस कृत्य को माफ नहीं कर सकती।’
अगले पांच साल महाराष्ट्र की प्रगति को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि पिछले ढाई साल में महाराष्ट्र के विकास की जो गति मिली है, उसे रुकने नहीं दिया जाएगा। अगले 5 साल महाराष्ट्र की प्रगति को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। महाराष्ट्र को जिस सुशासन की जरूरत है, वह महायुति सरकार ही दे सकती है। दूसरी तरफ, महाअघाड़ी की गाड़ी में न पहिए हैं, न ब्रेक और ड्राइवर की सीट पर बैठने के लिए भी झगड़ा हो रहा है।’
महाअघाड़ी के लोगों के धोखे से बनी सरकार के ढाई साल आपने देखे…: प्रधानमंत्री
उन्होंने कहा, ‘हर किसी का राजनीति में आने पर अपना लक्ष्य होता है। हम जैसे लोग जनता की सेवा करने के लिए राजनीति में आए हैं, जबकि कुछ लोगों के लिए राजनीति का आधार लोगों को लूटना है। जब लोगों को लूटने की नीयत रखने वाले महाअघाड़ी जैसे लोग सत्ता में आते हैं, तो वे विकास को रोकते हैं और हर योजना में भ्रष्टाचार करते हैं। महाअघाड़ी के लोगों के धोखे से बनी सरकार के ढाई साल आपने देखे हैं। इन लोगों ने पहले सरकार को लूटा और फिर महाराष्ट्र के आप लोगों को भी लूटना शुरू कर दिया। इन लोगों ने मेट्रो परियोजनाओं को रोका, वधावन पोर्ट के काम में बाधा डाली… महाआघाड़ी के लोगों ने हर उस योजना को रोका जो महाराष्ट्र के लोगों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने वाली थी।’
उन्होंने आगे कहा, ‘महिला सशक्तिकरण के लिए हमारी सरकार जो कदम उठा रही है, वह कांग्रेस और उसके गठबंधन को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। महायुति सरकार की लाडकी बहन योजना की चर्चा सिर्फ़ महाराष्ट्र में ही नहीं बल्कि पूरे देश में हो रही है, लेकिन कांग्रेस इसे रोकने के लिए तरह-तरह की साजिशें रच रही है। कांग्रेस के इकोसिस्टम के लोग इस योजना के खिलाफ़ कोर्ट भी जा चुके हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने ठान लिया है कि अगर उन्हें सत्ता मिली तो वे इस योजना को बंद कर देंगे…”
अघाड़ी वालों से सतर्क रहना होगा
पीएम ने कहा, ‘महाराष्ट्र की हर महिला को इन अघाड़ी वालों से सतर्क रहना होगा। ये लोग कभी भी नारी शक्ति को सशक्त होते नहीं देख सकते। पूरा महाराष्ट्र देख रहा है कि कांग्रेस, अघाड़ी के लोग अब महिलाओं को गाली देने लगे हैं। किस तरह की अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। महाराष्ट्र की कोई भी माता-बहन अघाड़ी वालों के इस कृत्य को माफ नहीं कर सकती।’
उन्होंने आगे कहा, ‘कांग्रेस ने कश्मीर को आर्टिकल 370 के जरिए देश की मुख्य धारा से अलग किया। कांग्रेस ने कश्मीर में बाबा साहब आंबेडकर का संविधान 75 साल तक लागू नहीं होने दिया। इन्हें जवाब देना होगा। यह परिवार सालों तक राज करता रहा फिर भी संविधान लागू नहीं हुआ। देश में दो संविधान चलते थे। फिर मोदी आया, तब जाकर बाबा साहेब का संविधान जम्मू कश्मीर में लागू हुआ।’
बाबासाहेब दलितों और वंचितों के लिए आरक्षण चाहते थे
जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘आजादी के समय बाबासाहेब दलितों और वंचितों के लिए आरक्षण चाहते थे लेकिन नेहरू जी इस बात पर अड़े थे कि दलितों, पिछड़ों और वंचितों को आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। बड़ी मुश्किल से बाबासाहेब दलितों और आदिवासियों के लिए आरक्षण का प्रावधान कर पाए थे… नेहरू जी के बाद इंदिरा जी आईं और उनका भी आरक्षण के खिलाफ यही रवैया था। ये लोग चाहते थे कि एससी, एसटी, ओबीसी हमेशा कमजोर रहें। राजीव गांधी ने भी ओबीसी आरक्षण का खुलकर विरोध किया था… राजीव गांधी के बाद अब इस परिवार की चौथी पीढ़ी, इनका युवराज इसी खतरनाक भावना के साथ काम कर रहा है। कांग्रेस का एकमात्र एजेंडा एससी, एसटी, ओबीसी समाज की एकता को किसी भी तरह से तोड़ना है… कांग्रेस चाहती है कि एससी, एसटी, ओबीसी समाज अलग-अलग जातियों में बंटा रहे… कांग्रेस आदिवासी समाज की पहचान, एसटी की एकता को तोड़ने में लगी हुई है। कांग्रेस को आदिवासियों की एकता पसंद नहीं है। जब कांग्रेस ने धर्म के नाम पर ऐसी साजिश रची थी, जब देश का बंटवारा हुआ था, अब कांग्रेस एससी, एसटी, ओबीसी की एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ खड़ा कर रही है। इससे बड़ी साजिश भारत के खिलाफ नहीं हो सकती…’।
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के एजेंडे को कश्मीर में बढ़ावा देने की कोशिश मत करो। कश्मीर को लेकर अलगाववादियों की भाषा मत बोलो। याद रखो तुम्हारे ये मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। जब तक मोदी पर जनता का आशीर्वाद है, कांग्रेस वालों तुम कश्मीर में कुछ नहीं कर पाओगे। देश में केवल बाबा साहेब आंबेडकर का संविधान चलेगा, ये मोदी का फैसला है।’