नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को देखने एम्स अस्पताल पहुंचे. सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व पीएम वाजपेयी के रिश्तेदारों से उनका हाल चाल जाना. प्रधानमंत्री मोदी करीब 55 मिनट तक अस्पताल में रुके. वाजपेयी को आज रूटीन चेकअप के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था. एम्स अस्पताल की ओर से पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया है. इसके मुताबिक यूरोसेपसिस यानी पेशाब में इन्फेक्शन की शिकायत है, उन्हें बुखार नहीं है. उनका ब्लड प्रेशर भी स्थिर है. पिछले एक साल से वे एम्स नहीं आए हैं. सूत्रों के मुताबिक उन्हें कल भी डिस्चार्ज नहीं किया जाएगा.
वाजपेयी को देखने वाले वाले डॉक्टरों की टीम में एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया, कार्डियो विभाग के एचओडी डॉ. बहल और नेफ्रो विभाग की टीम शामिल है. जानकारी के मुताबिक उन्हें सुबह डिस्चार्ज किया जा सकता है. पूर्व पीएम वाजपेयी को एम्स के दूसरे माले पर बने सीएन सेंटर के क्रिटिकल केयर यूनिट में रखा गया था. हालांकि इसके पीछे एम्स सूत्रों ने बताया कि अरुण जेटली सर्जरी के बाद अभी भी एम्स में ही हैं. वीआईपी रूम सिर्फ एक ही है, इसलिए उन्हें सीसीयू में रखा गया.
ये लोग भी देखने पहुंचे
प्रधानमंत्री मोदी से पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री विजय गोयल और मुख्तार अब्बास नकवी, लालकृष्ण आडवाणी भी एम्स पहुंचे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी एम्स जाकर पूर्व पीएम का हाल चाल जाना. एम्स की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है.
Delhi: Prime Minister Narendra Modi arrives at All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) to visit former PM Atal Bihari Vajpayee. pic.twitter.com/NRnDSCsBlH
— ANI (@ANI) June 11, 2018
पहले खबर आई थी कि उन्हें आज रात आठ बजे तक डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. बता दें कि बीते सात साल से अटल बिहारी वाजपेयी का रुटीन चेकअप एम्स में होता रहा है और आज का चेकअप भी इसी नियमित चेकअप का हिस्सा है. पूर्व पीएम वाजपेयी साल 2009 से बीमार हैं और उन्हें चलने-फिरने के लिए व्हीलचेयर का इस्तेमाल करना पड़ता है. वयोवृद्ध राजनेता डिमेंशिया यानि भूलने की बीमारी से पीड़ित हैं. ग़ौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी लंबे वक्त से बीमार हैं और चलने फिरने और बात करने से असमर्थ हैं.
करीब तीन सालों से उन्हें किसी सार्वजिक सभा में नहीं देखा गया है. याद रहे कि बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में शामिल वाजपेयी पहली बार 1996 में देश के पीएम बने. दूसरी बार साल 1998 में पीएम बने और चुनाव में जीत के बाद तीसरी बात 1999 में पीएम बने और साल 2004 तक पीएम रहे. मोदी सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाज़ा है.